GPM:- सेखवा पंचायत के सचिव चूड़ामणि प्रजापति द्वारा इन दिनों व्यापक स्तर पर फर्जीवाड़ा को अंजाम देकर रुपये गबन करने का कार्य किया जा रहा है।एक ओर पंचायत की राशि आहरण कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है वहीं ग्रामवासियों का कहना है कि इस पंचायत के किसी गली मोहल्ले में मुरूम नहीं डाला गया है और ना ही पंचायत भवन की रंगाई पुताई करायी गई है ग्रामीणों का कहना है कि इस पंचायत में सचिव भर्राशाही कर रहा है जन्मप्रमाण पत्र बनाने के एवज में 5000 रुपये की मांग करता है फिर रुपये लेकर बनाता है रुपये नहीं देने पर महीनों बात ही बात में घुमाते रहता है और फोन भी नहीं उठाया करता है। वहीं गाँव के ग्रामीणों का कहना है कि राशन कार्ड बनाने के लिए रुपए की मांग करता है मोल भाव फिक्स हो जाने पर राशन कार्ड बनाकर देता है। वहीं बात करें तो गाँव के कई लोगों से राशन कार्ड बनाने के एवज में प्रति कार्ड 2000/-रुपये तो कहीं 1500/- सचिव ले लिया है और कई महीने बीत जाने के बाद भी आज तक राशन कार्ड नहीं बनाया गया ग्रामीण राशन कार्ड को लेकर सचिव से परेशान हैं और बार बार चक्कर लगाते रहते हैं।
प्राप्त जानकारी अनुसार वाउचर स्लिप के अनुसार भुगतान जून जुलाई माह में ही कर दिया गया है जिसमें लगभग 66000/- छैसठ हजार आहरण मुरमीकरण के नाम से ,पंचायत भवन रंगाई पुताई के नाम से 34000/- चौतीस हजार रुपये, हैण्ड पंप मरम्मत के नाम से 22000/-रुपये,हैण्ड पम्प नवीन खनन के नाम से लगभग 99000/- निन्यानवे हजार रुपए भुगतान कर दिया गया लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है।
सचिव की लापरवाही और मनमानी इस कदर है कि शासकीय प्राथमिक शाला सेखवा का मामला है जो 07 जून 2023 को स्वीकृत शौचालय मरम्मत कार्य जिसे एजेन्सी पंचायत को कराया जाना था लेकिन 50000/- पचास हजार रुपये का स्वीकृत कार्य अभी तक नहीं कराया गया जबकि इस विद्यालय में चुनाव हेतु बूथ निर्धारित है।
ग्रामीणों से जब इस बारे में बात की गई तो ग्रामीणों का कहना है कि इनकी मनमानी बहुत अधिक है हम लोग परेशान है ग्राम सभा में प्रस्ताव बस पारित करते हैं और काम कुछ नहीं होता केवल राशि का बंदरबाँट कर भ्रष्टाचार किया जाता है विकास के दावे सब खोखले नजर आते हैं।
अब देखने वाली बात होगी प्रशासन इस मामले में क्या कार्यवाही करती है??या कागजों में सिमटकर मामला धरा का धरा रह जायेगा और आम नागरिकों का शोषण और भ्रष्टाचार बढ़ावा का क्रम जारी रहेगा ।