छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में रूक- रूककर हो रही मूसलाधार बारिश के कारण मासूम छात्रों को अतिरिक्त कक्ष का सहारा भी नहीं मिल पा रहा है। जर्जर अतिरिक्त कक्ष भवन के बरामदे में बैठकर बच्चे अक्षर ज्ञान प्राप्त करने के लिए मजबूर है।
यह पूरा मामला जिले के दुलदुला ब्लाक के झरगांव प्राथमिक शाला की है। चारों ओर घने जंगल से घिरे इस छोटे से गांव की जनसंख्या लगभग 650 है।
दरअसल, इस गांव के अंतिम छोर में एक ही चार दीवारी के अंदर प्राथमिक, मिडिल और हाईस्कूल भवन मौजूद है। शिक्षकों ने बताया कि मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के अंर्तगत प्राथमिक शाला भवन का मरम्मत कार्य चल रहा है। इस दौरान प्राथमिक शाला के बच्चों को बगल में स्थित अतिरिक्त कक्ष में बैठा कर पढ़ाने की व्यवस्था की गई है।
फिलहाल, अतिरिक्त कक्ष भवन की हालत भी खराब हो चुकी है। छत और दीवार से भारी मात्रा में हो रहे पानी के रिसाव के कारण बच्चे यहां बैठ नहीं पा रहे हैं। अतिरिक्त कक्ष भवन के कमरे में टेबल कुर्सी के साथ मध्याह्न भोजन पकाने का सामान भरा हुआ है। स्थान ना मिलने के कारण शिक्षक इस जर्जर अतिरिक्त कक्ष के बरामदे में बैठा कर बच्चों को पढ़ाने के लिए मजबूर हैं।
▪️गड़बड़ी से मरम्मत कार्य में हो रही है देरी
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, प्राथमिक शाला भवन में चल रहे मरम्मत कार्य में हुई गड़बड़ी के कारण निर्माण कार्य पूरा होने में देरी हो रहा है। शिक्षकों ने बताया कि प्राथमिक शाला भवन में ठेकेदार द्वारा कराए गए फर्श निर्माण का कार्य सही नहीं था। क्लास शुरू होने से पहले ही फर्श में लगाए गए टाइल्स उखड़ने लगे थे। शिकायत पर ठेकेदार द्वारा इसे नए सिरे से ठीक कराया जा रहा है। इस कारण अभी तक क्लास प्राथमिक शाला भवन में शिफ्ट नहीं हो पाया है।
रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा,जशपुर