हैरान कर देने वाली बात है कि इन सभी महिलाओं का हत्या एक ही पैटर्न पर हुई है। धानवती, वीरावती, कुसुमा देवी, शांति देवी, प्रेमवती, दुलारी देवी, रेशमा देवी, महमूदन और उर्मिला देवी…ये उन महिलाओं के नाम हैं, जिनकी हत्या हो चुकी है।
बता दें कि, हत्यारा पहले महिलाओं को घसीटकर खेत की तरफ ले जाता. उसके बाद उनकी ही साड़ी या चुनरी से उनका गला घोंट देता. उन्हें मौत की नींद सुलाकर फरार हो जाता. पिछले पांच महीने में एक के बाद एक नौ महिलाओं उसका शिकार बन चुकी हैं. पुलिस का कहना है कि वो इस मामले की जांच में लगी हुई है।
जानकारी के मुताबिक, हत्या की ये घटनाएं उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में हो रही हैं. यहां के दो थाना क्षेत्रों शीशगढ़ और शाही में पड़ने वाले गांवों में ये हत्याएं हो रही हैं. ताजा मामला, जगदीशपुर गांव का है, जहां 55 वर्षीय एक महिला की साड़ी से गला घोंटकर हत्या कर दी गई है. बताया जा रहा है कि जगदीशपुर की रहने वाली उर्मिला देवी गंगवार रविवार दोपहर अपने जानवरों के लिए चारा लेने खेत में गई थीं. काफी देर तक जब वो घर नहीं लौटी, तो उनके पति ने उनकी तलाश शुरू कर दी. गांव से करीब 400 मीटर दूर सड़क किनारे उसकी टूटी हुई चूड़ियां मिलीं।
इसके बाद उर्मिला देवी के पति वेदप्रकाश गंगवार बढ़ी हुई धड़कनों के साथ पास के खेत में तलाश करने लगे. कुछ दूर आगे जाने के बाद उनको उर्मिला का शव मिल गया. साड़ी के फंदे से गला कसा गया था. सिर और गले पर चोट के गहरे निशान दिख रहे थे. यहां तक कि उनकी जीभ भी बाहर निकली हुई थी. इसे देखकर साफ पता चल रहा था कि उर्मिला की हत्या गला दबाकर की गई है. वेदप्रकाश के चिल्लाने पर गांववाले वहां पहुंच गए. तुरंत पुलिस को सूचित किया गया. डॉग स्क्वॉड और फोरेंसिक टीम के साथ पुलिस पहुंची।
जानकारी के मुताबिक, बरेली के पुलिस महानिरीक्षक राकेश सिंह ने बताया कि मृतक महिला के पति की तहरीर पर केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी गई है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. डॉग स्क्वॉड की मदद से पुलिस ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है. उससे थाने में पूछताछ की जा रही है. पिछले पांच महीनों में बरेली जिले के शीशगढ़ और शाही इलाकों में इस तरह की नौवीं हत्या है. यही वजह है कि अब पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गई है. इन मामलों को सुलझाने के लिए पुलिस की दो विशेष टीमें गठित की गई हैं।
इन महिलाओं की हुई है हत्या…
1- महमूदन, लखीमपुर, शीशगढ़
2- धानवती, कुल्छा गांव, शीशगढ़
3- वीरावती, सेवा ज्वालापुर, शीशगढ़
4- कुसुमा देवी, खजुरिया, शीशगढ़
5- शांति देवी, मुबारकपुर, शीशगढ़
6- प्रेमवती, आनंदपुर, शीशगढ़
7- दुलारी देवी, गांव खरसैनी, शीशगढ़
8- रेशमा देवी, गांव गूला, मीरगंज
9- उर्मिला देवी, जगदीशपुर, शीशगढ़
कहीं कोई सीरियल किलर तो नहीं…
फिलहाल, बरेली जिले के एक खास क्षेत्र में जिस तरह से महिलाओं की हत्य़ाएं हो रही हैं, उसे देखकर ये कहा जा सकता है कि यहां कोई सीरियल किलर सक्रिय है. ऐसे केस में अक्सर सीरियल किलर ही होते हैं, जो एक खास पैटर्न पर लोगों की हत्याएं करते हैं. हर किसी के कत्ल करने का तरीका उनका एक जैसा ही होता है. ऐसे लोग अपनी निजी वजहों से मानसिक रूप से बीमार हो जाते हैं. उसके बाद बदले लेने के लिए लोगों की हत्याएं करने लगते हैं. साइनाइड मोहन, ऑटो शंकर, आदेश खामरा और चार्ल्स शोभराज जैसे सीरियल किलर कहानियां इस बात की तस्दीक करने के लिए काफी है. यदि पुलिस को हत्याओं के इस सिलसिले को रोकना है, तो जल्द से जल्द सीरियल किलर को पकड़ना होगा।
रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर