जशपुर :- छत्तीसगढ़ प्रदेश के जशपुर जिले में समुद्री चक्रवात के असर से लगातार हो रही वर्षा ने जिले के धान खरीदी केन्द्र के कर्मचारियों की मुश्किलें बढ़ा दी है। तेज हवा के साथ हो रही लगातार वर्षा से खरीदी केन्द्रों में रखे हुए धान को सुरक्षित रखने के लिए कर्मचारी मशक्कत करते नजर आ रहें हैं। किसानों को भी धान लेकर मंडियों तक पहुंचने में परेशानी हो रही है।
ज्ञात हो कि, विपणन विभाग के अनुसार गुरूवार तक जिले में 85026 क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। लेकिन खराब मौसम के कारण,अब भी जिले की कुछ मंडियों में खरीदी की बोहनी नहीं हो पाई है। जिले में अब तक सबसे अधिक 6704 क्विंटल धान की खरीदी पत्थलगांव मंडी में हुई है। इसके अलावा काडरो में 6033, केराकछार में 4270 क्विंटल, पंगसुवा में 2150 क्विंटल धान की खरीदी हुई है।
फिलहाल, वहीं आरा, आस्ता, गड़ाबहार, फरसाकानी, बासनतला, गम्हरिया सहित 16 धान मंडियों में अब तक धान खरीदी की बोहनी नहीं हुई है।
उल्लेखनीय है कि, जिले के धान उत्पादक किसानों से समर्थन मूल्य में धान खरीदी के लिए जिला प्रशासन 46 धान की मंडी व उप मंडी स्थापित किए है। चालू विपणन वर्ष में धान खरीदी के लिए 45567 किसानों का पंजीकरण किया गया है। इनमें से 495 किसान पहली बार धान बेचेगें।
किसानों को सताने लगा मौसम के बिगड़े मिजाज का भय
धान की कटाई और मिसाई में जुटे हुए किसानों को मौसम में आ रहे उतार चढ़ाव का भय सताने लगा है। खेत और खलिहान में रखी हुई फसल के पानी में भीग जाने से इसके शासन द्वारा तय मानकों में खरा ना उतरने से मंडी में रिजेक्ट होने की आशंका जताई जा रही है।
बाक्स – एक नजर आंकड़ों पर
▪️कुल पंजीकृत किसान – 45567
▪️धान खरीदी का लक्ष्य – 23 लाख 60101 क्विंटल
▪️अब तक की गई खरीदी – 86026 क्विंटल
▪️मंडियों की संख्या – 45
रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर