अम्बिकापुर अरविंद दास ने जानकारी दी उनके पास एक बिल्ली से 20 हो गई है, लगाव इतना हो गया है कि उसे कही छोड़कर भी नही आ सकते ।पशुपालक के द्वारा बताया गया कि मेरी मां उन सभी को अपने बच्चे की तरह पालती है, बिल्ली कही चले जाते है तो रोने लगती है तथा भावुक हो जाती है। डॉक्टर सफदर अली खान (पशु सर्जन, पशु चिकित्सालय लखनपुर) के द्वारा दोनो बिल्ली को पुरे शरीर को सुन कर बच्चादानी को सफलतापूर्वक निकाल लिया गया, इस शल्य कार्य मे सभी गलने वाले टाकें को लगया गया तथा नवीन तकनीक सर्जिकल गुलु का उपयोग चमड़ी चपकाने के लिए किया गया।इस शल्य कार्य मे डॉक्टर सफदर का साथ डॉक्टर नेहा सिंह, रविकांत ताम्रकार (AVFO), रेणुका सिंह (AVFO) तथा भानु प्रताप ने दिया। डॉक्टर सफदर खान ने बताया कि अधिकांश बिल्ली प्रेमी , बिल्ली जनसँख्या अधिकता के कारण या तो पालना नही चाहते या फिर अधिक होने से देख रेख मे परेशान रहते है।। इस सर्जरी के अच्छे परिणाम है तथा 10 दिनो मे सर्जरी के घाव ठीक हो जाती है।
मुकेश कुमार–संवाददाता IBN 24 न्यूज़ लखनपुर*