लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क :- क्या आपने इस ओर ध्यान दिया है कि पुरुषों में, एक उम्र के बाद बालों का झड़ना होना शुरू हो जाता है और उनके सिर पर गंजेपन की समस्या बढ़ती है. लेकिन महिलाओं में ऐसा नहीं होता. आइए इसकी वजह जानते हैं।
फिलहाल, क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि पुरुषों के बाल झड़ते हैं, लेकिन महिलाओं के बालों में यह समस्या कम होती है? क्या आपने कभी किसी गंजी महिला को देखा है? शायद नहीं, क्योंकि गंजापन पुरुषों के साथ अधिक होता है. हालांकि, गंजापन की यह समस्या मनोविज्ञान या सामाजिक विज्ञान के बजाय जीवविज्ञान के परिपेक्ष्य में अध्ययन के लायक है।
महिलाओं के बाल नहीं झड़ते
फिलहाल, महिलाओं में भी पोषण की कमी और तनाव के कारण बालों का झड़ना हो सकता है. यह समस्या उम्र के साथ बढ़ सकती है और महिलाओं के बाल पतले हो सकते हैं. फिर भी, इसकी संभावना बहुत कम है कि वे पूरी तरह से अपने सिर के बालों को खो दें. वहीं, पुरुषों में यह समस्या काफी आम है. आपने देखा होगा कि उम्र के साथ पुरुषों के बाल उड़ते जाते हैं.
पुरुषों में आम है यह समस्या
पुरुषों में, एक उम्र के बाद बालों का झड़ना होना शुरू हो जाता है और उनके सिर पर गंजेपन की समस्या बढ़ती है. यह समस्या तेजी से बढ़ती है और कई लोगों में तो 30 साल की उम्र में ही गंजापन दिखाई देने लगता है।
हार्मोन है वजह
दरअसल, पुरुषों में बालों के उगने और गिरने का कारण हार्मोनों में बदलाव होता है. गंजेपन के बारे में अध्ययन करने वाले नॉर्वे की बर्गेन यूनिवर्सिटी के जीवविज्ञानी पेर जैकबसन के अनुसार, इसमें टेस्टोस्टेरॉन नामक यौन हॉर्मोन का महत्वपूर्ण योगदान होता है. यह हॉर्मोन पुरुषों में पाए जाने वाले एंड्रोजन समूह का हिस्सा है।
महिलाओं में इसलिए नही होती यह समस्या
महिलाओं में, टेस्टोस्टेरॉन की मात्रा कम होती है और इसके साथ-साथ एस्ट्रोजन नामक हार्मोन का स्राव भी होता है. इसलिए, महिलाओं में टेस्टोस्टेरॉन के डिहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन में बदलाव की प्रक्रिया कम होती है. कभी-कभी गर्भावस्था या मेनोपॉज़ के दौरान यह प्रक्रिया तेज हो सकती है और इस समय महिलाओं के बालों का झड़ना शुरू हो सकता है।
ये भी होते हैं जिम्मेदार
दुर्भाग्यवश, कुछ लोगों को बहुत कम उम्र में ही गंजेपन की समस्या हो जाती है. इसका कारण उन्हें विरासत में मिलने वाले एंजाइम और उनकी त्वचा के विभिन्न प्रकार का होना हो सकता है. कुछ लोगों में यह एंजाइम्स की अधिकता के लिए प्रभावी रहती है. यही कारण है कि कुछ लोगों को यह समस्या विरासत में मिलती है।
रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर