जशपुरनगर :- छत्तीसगढ़ के जशपुर को भला कौन नहीं जानता..।प्राकृतिक सुंदरता के साथ शान्ति और सुकून का आभास कराने वाले जशपुर की पहचान में आज से एक नई कड़ी भी जुड़ गई है। जशपुर के कांसाबेल ब्लॉक के बहुत ही खूबसूरत सा गाँव जिनका नाम भी बगिया है, जीवनदायिनी मैनी नदी के किनारे बसे लगभग ढाई हजार की जनसंख्या वाले इस बगिये से ही खिलकर, खेलकर बड़े हुए श्री विष्णु देव साय रूपी फूल की खुशबू से छत्तीसगढ़ महकेगा। बगिया गाँव के लोगों का कहना है कि पहली बार उनके गाँव और जशपुर जिले से छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री बनाया गया है, इससे इस क्षेत्र में विकास की नई बयार चलेगी। सुशासन का उदय होगा और प्रदेश में खुशहाली आएगी।
आज छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में श्री विष्णु देव साय के शपथ लेने के पश्चात जशपुर जिले के कुनकुरी विधानसभा के अंतर्गत उनके बगिया गाँव में भी बहुत ही उत्साह और खुशियों का माहौल है। इस गाँव के घरों में जहाँ ठंड के साथ सुबह की ताजगी है, वहीं आँगन में खिलकर मुस्कुराते हुए फूलों की महक भी है। सिर्फ बगिया में रहने वाले ही नहीं बल्कि आसपास के गाँव और यूँ कहे कि पूरे जशपुर, सरगुजा संभाग सहित छत्तीसगढ़ प्रदेश में बगिया के फूल श्री विष्णु देव साय के मुख्यमंत्री के शपथ लेने के साथ विकास की एक नई उम्मीद और आस बंध गई है। श्री विष्णु देव साय इसी बगिया गाँव में जन्में और पले बढ़े हैं। उनकी सादगी और व्यवहार गाँव के लोगों को भलीभांति मालूम है। गाँव में रहने वाले जितरंजन साय की उम्र 75 साल है। वे बताते हैं कि विष्णु देव साय के पिताजी श्री रामप्रसाद साय के साथ उनका उठना बैठना था।
गाँव के लोगों ने उनकी सादगी, व्यवहार को देखकर पहले पंच फिर सरपंच बनाया। वे बताते हैं कि श्री विष्णु देव के पिताजी के मौत के पश्चात वे भी उनके घर में 3 साल तक लगातार मौजूद रहे हैं और इस दौरान भी देखा कि वे कितने मृदुभाषी थे,सिद्धांतवादी थे। बुजुर्ग जितरंजन साय ने बताया कि गाँव के सभी लोग चाहते थे कि वे कोई बड़ा मंत्री बने, आज उन्हें मुख्यमंत्री बनते देख के बहुत ख़ुशी हुई। ऐसा लग रहा है कि अब उनके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ की उन्नति होगी और भविष्य उज्ज्वल होगा। गाँव के बंठू राम साय ने बताया कि श्री विष्णु देव साय उनके ही उम्र के है। आज उन्हें प्रदेश के मुखिया के रूप में पाकर ख़ुशी हो रही है।
वे जब आएंगे तो उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। उनके मुख्यमंत्री बनने से बगिया ही नहीं बल्कि आसपास के सभी गाँव के लोग खुश है और सबको एक नया भविष्य दिख रहा है। गाँव में स्व सहायता समूह संचालित करने वाली एकता स्व सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती शानियरो बाई और सचिव उमादेवी कहती है कि वे श्री विष्णु देव साय जब भी घर आते हैं, हम सभी बीच-बीच में मिलने जाते हैं। वे हमारी बातों को ध्यान से सुनते हैं और कुछ भी समस्या हो दूर करने की कोशिश करते हैं। कुछ ऐसा ही गांव की देवंती बाई और सुकांति बाई भी कहती है। मैनी नदी के किनारे जहाँ श्री विष्णु देव साय का घर है और इसी घर के सामने ही उनके खेतों से लगे ग्रामीण सुखलाल सिदार का भी घर है। सुखलाल का कहना है कि अब हमारे गाँव बगिया का फूल महकेगा। श्री विष्णु देव साय किसी खूबसूरत फूल की तरह कोमल हृदय वाले, सहज और सादगी वाले व्यक्ति है। उनका व्यवहार सबको भाएगा। सुखलाल का कहना है कि गाँव में उनका मेलजोल सभी के साथ है। आदिवासी मुख्यमंत्री के रूप में भले ही आज वे शपथ ले रहे हैं, लेकिन वे अपनी कार्यशैली और व्यवहार कुशलता से सभी के दिलों में अपनी छाप छोड़ेंगे। उनके नेतृत्व में सरगुजा संभाग सहित पूरे छत्तीसगढ़ का विकास होगा।