छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के बतौली विस में वन विभाग द्वारा लकड़ी तस्करों पर बड़ी कार्यवाही की है. वन विभाग ने दो ट्रक समेत 40 टन नीलगिरी का गोला जब्त किया है।
ज्ञात हो कि, जिसकी अनुमानित कीमत ढाई लाख रुपए बताई जा रही है। अवैध जप्त 40 टन नीलगिरी लकड़ी के संबंध में दोनों ट्रक चालकों के पास कोई वैध दस्तावेज उपलब्ध नहीं थे।
जानकारी के मुताबिक, वाहन चालकों के पास एसडीएम, तहसीलदार का अनुमति प्रमाण पत्र भी नही था और ना ही ग्राम पंचायत द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र वाहन चालकों के पास उपलब्ध था। जिसे सीतापुर वन विभाग के द्वारा बतौली सम्राट पेट्रोल पंप के पास दोनों ट्रकों को लकड़ी सहित जप्त कर लिया गया है। बातचीत के दौरान वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि, मुखबिर की सूचना पर दो ट्रकों को पकड़ा गया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि, उत्तराखंड के शहजाद इंटरप्राइजेज लकड़ी मिल जसपुर दोनों ट्रक में ले जाया जा रहा था। पकड़ी गई लकड़ियों की अनुमानित कीमत ढाई लाख रुपए बताई जा रही है। लकड़ी के संबंध में वाहन चालकों के पास ग्राम पंचायत टेड़गा सरपंच देव कुमार का सील लगा हुआ कागज पड़ा हुआ था।
जशपुर जा रही थी लकड़ियां
फिलहाल, सीतापुर वन परिक्षेत्र अधिकारी विजय तिवारी ने बताया कि, बतौली के ग्राम पंचायत टेड़गा से दो ट्रक में लोड कर नीलगिरी की 40 टन लकड़ी उत्तराखंड के शहजाद इंटरप्राइजेज लकड़ी मिल जशपुर ले जाया जा रहा था। जिसकी अनुमानित कीमत ढाई लाख रूपए है, जरुरी दस्तावेज नहीं होने पर ट्रक सहित लकड़ी को जप्त कर लिया गया है। लकड़ी तस्करों द्वारा हाइड्रा वाहन से दो दिनों में ट्रक में लकड़ी को लोड कर ले जाया जा रहा था वहीं आगे की कार्यवाही जारी है।
रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर