जशपुर :- छत्तीसगढ़ के जशपुर में लंबे समय से विवाद और भ्रष्टाचार के भंवरजाल में उलझ कर अधूरे पड़े जशपुर सन्ना मार्ग का निर्माण शुरू हो गया है। जिले की जर्जर सड़कों को सुधारने के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सख्ती का असर जिले में दिखने लगा है।
बता दें कि, अधिकारियों की लापरवाही और ठेकेदारों की लेट लतीफी से स्वीकृति के बाद भी इस सड़क का निर्माण अधर में लटका हुआ था।
जानकारी के मुताबिक, पीडब्ल्यूडी के उप अभियंता ने बताया कि जशपुर-सन्ना सड़क निर्माण अंतर्गत हर्रापाठ से सोनक्यारी 10 किलोमीटर की सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। सड़क निर्माण के प्रारंभ होने से क्षेत्र के लोगों के लिए आवागमन में सुगम होगा। उन्होंने बताया कि डब्लूएमएम, डामरीकरण, बीसी कार्य, नाली निर्माण, गार्ड वाल, रिटेनिंग वाल कार्य प्रगति पर है। जिसे शीघ्र पूर्ण कर लिया जाएगा। सड़क निर्माण हो जाने से क्षेत्र के लोगों को शीघ्र धूलमुक्त सड़क मिलेगा। कलेक्टर डा. रवि मित्तल निरंतर सड़क निर्माण समय अवधि में पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं।
ज्ञात हो कि, इस विवादित सड़क पर वर्ष 2015 में तात्कालिन भाजपा सरकार ने बड़ी कार्रवाई की थी। सड़क निर्माण किए बिना ही सरकारी खजाने से 4 करोड़ से अधिक की राशि भुगतान किए जाने के आरोप में लोक निर्माण विभाग ने जिम्मेदार अधिकारियों और निर्माण कंपनी के संचालक के विरूद्व आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने की कार्रवाई की गई थी। इस बड़ी कार्रवाई के बाद सड़क निर्माण के लिए रिटेंडर की प्रक्रिया के बाद सड़क का निर्माण तो पूरा हुआ।
फिलहाल ,तकनीकी गड़बड़ी के कारण हर्रापाठ से सोनक्यारी तक का रोड छूट गया था। लगभग 10 किलोमीटर लंबी जर्जर सड़क लोगों के लिए जी का जंजाल बनी हुई थी। इस अधूरे सड़क को लेकर कांग्रेस सरकार के दौरान पूरे पांच साल तक धरना प्रदर्शन और चक्काजाम का सिलसिला चलता रहा। लेकिन निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया था।
रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर