मुकेश कुमार (IBN 24 न्यूज लखनपुर)
सरगुजा लखनपुर के स्थानीय मसीह समुदाय के लोगों ने क्रिसमस का पर्व धूमधाम से मनाया। इस मौके पर गिरजाघरो में मिस्सा पूजा की गई। चर्च घरों को आकर्षक ढंग से सजाया जाकर वेदी के समक्ष चरनी बनाया गया। चरनी का खास महत्व होता है जिसमें प्रभु यीशु के जन्म के दृश्य को दर्शाया जाता है। गिरजाघरो में मनमोहक साज सज्जा किया गया। शनिवार से लेकर सोमवार तक क्रिसमस पर्व की धूम रही।लखनपुर जूनाडीह स्थिति विद्या ज्योति मिशन गिरजाघर के अलावा ग्राम जमदरा ग्राम विनिया के चर्च में रंग-बिरंगी बिजली के झालर रोशनी से जगमगाते रहे। खीस्तीय धर्मावलंबियों ने अपने घरों में भी चरनी बना क्रिसमस ट्री बनाकर।सजाया रविवार से लेकर सोमवार अहलेसुबह तक रात्रि जागरण कर 25 दिसम्बर को बालक यीशु के जन्मोत्सव पर विशेष पूजा प्रार्थना की गई। मसीह समुदाय की मानें तो क्रिसमस बुराई पर अच्छाई के जीत का प्रतीक है। प्रभु यीशु मानव बनकर धरती में अवतरित हुए थे। उनका मानना था कि मानव सेवा सबसे बड़ा सेवा है दुनिया में मानवता को बरकरार रखते हुए दया धर्म तथा परोपकार के लिए उपदेश दिया था। मसीही धर्म के मानने वालों ने प्रभु ईसा मसीह के बताये मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
समुदाय के लोग चर्च में एकत्रित हो पूजा अर्चना किये लयबद्ध तरीके से
सांस्कृतिक भक्ति भजन कार्यक्रम की प्रस्तुति दी।
प्रभू ईसा मसीह का जन्मोत्सव सोमवार को धूमधाम के साथ मनाया गया।
सांता क्लाज देवदूत के वेशभूषा में बच्चे बुजुर्गों ने उपहार बांटकर आपसी भाईचारे प्रेम का संदेश दिया । सभी चर्चों में मसीह समुदाय प्रमुख अर्थात फादर द्वारा पूजा अर्चना की गई।
क्रिसमस को बड़ा दिन के रूप में मनाया जाता है। क्रिसमस के मौके पर मसीह समुदाय के लोगों ने अपने इष्ट मित्रों सहित समुचे क्षेत्रवासियों को क्रिसमस पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। चली आ रही प्रथा अनुसार गिरजाघरो में खास तरह से प्रभु यीशु मसीह के बाल रूप का पूजा अर्चना कर क्रिसमस का पर्व मनाया गया। केक खाने खिलाने का दस्तूर भी इस पर्व का हिस्सा रहा है उसे भी बखूबी निभाया गया।