दो दिनों तक लगातार न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री होगी गिरावट, पांच दिन बाद फिर से हो सकती हल्की बारिश, खेती-किसानी का काम हो रहा प्रभावित
रायगढ़। विगत सप्ताहभर से मौसम में गर्माहट आ गई थी, जिससे किसान भी अगली फसल के लिए खेत तैयार करने लगे थे, लेकिन गुरुवार की सुबह अचानक हल्की बारिश होने के बाद पूरे दिन बादल छाया रहा। वहीं बादल व हवा चलने के कारण न्यूनतम तापमान में गिरावट आ रही है, जिससे अगले तीन-चार दिनों तक जिले में ठंड बढऩे की संभावना है, साथ ही उसके बाद फिर से मौसम में बदलाव होगा और हल्की बारिश हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि जिले में विगत सप्ताहभर से दिन के समय तेज धूप होने के कारण ठंड काफी कम हो गई थी, लेकिन बुधवार को आसमान में हल्की बादल आ गया था, जिससे देर रात तक हवा में बदलाव होने के कारण ट्रफ बन गया, जिसके चलते गुरुवार की सुबह से ही जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में हल्की बरसात शुरू हो गई, वहीं अचानक बारिश होने के कारण सुबह के समय लोग गर्म कपड़ों की जगह रेन कोट में नजर आने लगे थे, हालांकि कुछ देर तक बारिश होने के बाद बंद हो गया, लेकिन पूरे दिन बादल छाए रहा। ऐसे में मौसम विभाग की मानें तो अभी आसमान में बादल छाए रहेंगे, जिससे अगले दो-तीन दिनों तक लगातार न्यूनतम तापमान में गिरावट आने की संभावना है, जिससे जिले में एक बार फिर से ठंड बढ़ेगी। साथ ही उसके बाद 23 व 24 जनवरी को एक ट्रफ बनने की संभावना है, जिससे जिले में फिर से हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। ऐसे में देखा जाए तो बारिश होने के बाद मौसम साफ होने तक तापमान में गिरावट आएगी, जिससे जनवरी माह भर अच्छी ठंड पड़ सकती है। साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि मौसम साफ होने के बाद हवा के दिशा में परिवर्तन भी होगा, जिससे पठार क्षेत्रों से ठंडी हवाओं के आगमन होने के कारण ठंड बनी रहेगी। साथ ही रात के समय कोहरे भी पड़ेंगे। जिसके चलते बागवानी फसलों पर पाला पडऩे की भी संभावना है। साथ ही गुरुवार की शाम से ही शहर के चौक-चौराहों पर लोग अलाव का सहारा लेते नजर आए। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में पूरे दिन ठंडी हवा चलने के कारण ठंड ज्यादा है। जिससे शाम होते ही लोग घरों में दूबकने लगे थे।
किसानों की बढ़ी मुशीबत
गौरतलब हो कि विगत 15 दिनों से मौसम साफ होने के कारण ग्रामीण क्षेत्र के लोग खेती किसानी में जुट गए थे, जिससे कुछ लोग धान बेचने में लगे थे, तो कुछ लोग खेत मुंगफली व अन्य फसल लगाने के लिए खेत तैयार कर रहे थे। साथ ही गई जगहों पर मुंगफली की बुआई भी हो गई थी। ऐसे में हल्की बारिश होने के बाद खेतों में नमी आ गई है, जिससे अब किसानों को मुंगफली बीज सडऩे का भय सताने लगा है। साथ ही जो किसान सिर्फ खेत तैयार किए थे, उनको अब फिर से जुताई कराना पड़ेगा। जिससे यह हल्की बारिश ने ग्रामीणों की परेशानी बढ़ा दी है। साथ ही ग्रामीणों का कहना है कि आसमान में बादल आने के कारण सरसो व गोफी फसल पर लाख गिरने की संभावना बढ़ गई है। ऐसे में अगर लाख गिरता है तो इनको काफी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
23 व 24 को हो सकती है बारिश
गौरतलब हो कि इन दिनों हर सप्ताह मौसम में बदलाव हो रहा है। जिसको देखते हुए मौसम विभाग की मानें तो अगले 23 व 24 जनवरी को एक ट्रफ बनने की संभावना है, जिससे हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। साथ ही बारिश होने के बाद न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आएगी, जिससे जनवरी माह भर कभी ज्यादा तो कभी कम ठंड का अहसास होने की संभावना ब्यक्त की जा रही है।
बारिश से धान खरीदी बंद
जिले में गुरूवार की सुबह बारिश होनें की वजह से धान खरीदी बंद हो गई है। हालांकि, शुक्रवार को मौसम खुलने के बाद फिर से खरीदी शुरू की जाएगी। जिले में गुरुवार देर रात से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। बारिश को देखते हुए कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने जिले के सभी एसडीएम, धान खरीदी केंद्र के लिए नियुक्त जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों व जिला खाद्य अधिकारी को बारिश होने की संभावना को देखते हुए सभी धान खरीदी केन्द्र में रखे धान की सुरक्षित रखाव और बचाव के संबंध में निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि बारिश के कारण धान खराब न हो, इसे ढकने के लिए तिरपाल, केप कव्हर के पुख्ता इंतजाम किए जाए। खरीदे हुए धान की स्टैकिंग बनाकर केप कव्हर से ढका जाएं। सभी अधिकारी धान खरीदी केन्द्रों पर निरीक्षण कर मॉनिटरिंग करें। कलेक्टर ने धान उपार्जन केन्द्र प्रभारियों एवं नोडल अधिकारियों की बैठक लेकर व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा है। बारिश से धान को नुकसान नहीं होना चाहिए। धान की सुरक्षा के लिए ड्रेनेज अनिवार्य रूप से बनाएं। केन्द्र में पानी जमा नहीं होना चाहिए। निकासी की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। पहले उठाव करने वाले धान खरीदी केन्द्रों की सूची तैयार करें,जिससे उन धान खरीदी केन्द्रों से धान का उठाव पहले किया जा सके।