श्री सिद्धेश्वर शिव मंदिर प्रांगण पचीरा में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन श्री कृष्ण रुक्मणी विवाह की कथा वझांकी से श्रद्धालु आनंदित हुए कथा के छठवें दिन संगीतमय श्रीमद् भागवत 14 अप्रैल से 21 अप्रैल तक कथा व्यास परम पूज्य प्रीमावतार स्वामी श्री राम हर्षण दास द्रोणाचार्य अयोध्या धाम के चरण परम पूज्य श्री रामफ ला चार्य जी महाराज मैहर धाम के कथा प्रवाह किया जा रहा है यज्ञ आचार्य श्री दीपराज तिवारी साहिब साहित्य चार्य रूप चार्य श्री सतीश दुबे जी सूरजपुर सहयोगी जापक कश्यप पांडे मैहर संगीत मेटल आर्गन प्लेयर श्री विवेक तिवारी तबला प्लेयर श्री राघवेंद्र तिवारी संस्कृत संगीत महाविद्यालय मैहर पैड प्लेयर ओम चौहान गायन वादन भागवत जापक श्री सुशील मिश्रा मैहर ने श्रद्धालुओं को पहले श्री कृष्ण रुक्मणी विवाह की कथा सुनाई कथा के दौरान श्री कृष्ण रुक्मणी विवाह वह बरात की आकर्षक झांकी निकाली गई बधाई गीत पर श्रद्धालुओं भाव विभोर होकर नाचने लगे श्री कृष्ण ने रुक्मणी विवाह प्रसंग के बाद सुदामा चरित्र का
प्रसंग आया जिसमें भगवान श्रीकृष्ण व सुदामा की मित्रता वह सुदामा के दीन हीन दशा व स्थिति का मार्मिक कथा सुनाई गई सुदामा व द्वारपाल की जीवन झांकी और जनसंवाद सुनते हुए देखने के बाद कथा स्थान पर सन्नाटा छा गया कई श्रद्धालुओं के आंखों में आंसू आ गए कथा के अंत में कथावाचक परम पूज्य श्री रामपाल चार्य दास महाराज जी ऋतुराज तिवारी जी ने श्रद्धालुओं से कहा कि भागवत पुराण हिंदुओं के अठारह पुराणों में से एक हैं श्रीमद् भागवत या केवल भागवत जी कहते हैं इसका मुख्य विषय भक्ति योग्य है जिसमें श्री कृष्णा को सभी देवों का देव या शिव भगवान के रूप में चित्रित किया गया है कथा सुनने से मुक्ति मिलती है पुराण में रस भाव की भक्ति व निरूपण भी किया गया है भगवान की विभिन्न कथाओं का साथ श्रीमद् भागवत मोक्षदायिनी है इससे सुनने से परीक्षित को मोक्ष की प्राप्ति हुई कलयुग में आज भी इसका प्रत्यक्ष प्रमाण देखने को
मिलते हैं श्रीमद् भागवत कथा सुनने से प्राणी को मुक्ति प्राप्त होती है श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के सावन माह से ही प्राणी मात्र का कल्याण संभव है इस दौरान श्री सिद्धेश्वर ग्राम समिति की ओर से भंडारे का भी आयोजन किया जा रहा है जिसमें श्रद्धालु श्रीमद् भागवत कथा सुनने के लिए हजारों की संख्या में शिव मंदिर प्रांगण में भक्ति भाव का माहौल पचीरा नयनपुर गिरवर गंज तिल सीमा कुरुवा केशव नगर बेल्टिकरी लाची सूरजपुर विश्रामपुर के भक्तों के द्वारा यहां श्रीमद् भागवत महापुराण कथा सुनने के लिए ता ता लगा रहता है एवं कथा उपरांत भंडारे का भी आयोजन किया जा रहा है जिसमें सभी ग्राम वासियों के सहयोग से बड़ी ही धूमधाम से श्रीमद् भागवत कथा का श्रद्धालु आनंद दे रहे हैं