Chhattisgarh News/अंबिकापुर : संत गहिरा गुरु विश्विद्यालय के परीक्षा परिणाम से असंतुष्ट विद्यार्थियों ने गुरुवार को जोरदार प्रदर्शन किया। प्रबंधन के रवैय्ये से परेशान विद्यार्थी रिमझिम बारिश में रैली निकाल विश्वविद्यालय पहुंचे थे।
गुरुवार सुबह से ही संभाग भर के विद्यार्थियों के अंबिकापुर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था।
बता दें कि, आजाद सेवा संघ के बैनर तले विद्यार्थियों ने देवीगंज रोड में देव होटल से रैली निकाली और विश्विद्यालय प्रबंधन के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए वहां पहुंचे। प्रदर्शन के मद्देनजर बड़ी संख्या में पुलिस बल को सुरक्षा में तैनात किया गया था। प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन तक जाने से रोकने के लिए दो बैरिकेड लगाए गए थे। विद्यार्थियों को पुलिस बल ने जब पहले ही बैरिकेड में रोक लिया तो वे नारेबाजी करते हुए सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। इस कारण मार्ग में आवागमन भी बाधित हो गया।
वहीं, कुलसचिव प्रो एसपी त्रिपाठी स्वयं विद्यार्थियों के बीच पहुंचे। विद्यार्थियों की ओर से आजाद सेवा संघ और छात्र मोर्चा के रचित मिश्रा तथा प्रतीक गुप्ता ने बात रखी। इनका कहना था कि रिकार्ड समय में परिणाम घोषित करने के चक्कर में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में गड़बड़ी हुई है। विद्यार्थियों को शून्य अंक दिया गया है। मनमाने तरीके से किसी को अनुपस्थित बता दिया गया है। मुख्य परीक्षा के बाद प्रायोगिक परीक्षा ली गई है।विश्विद्यालय प्रबंधन को बीते 28 जून को इन सब तथ्यों से अवगत कराया गया था लेकिन विद्यार्थियों के हित में प्रबंधन ने कोई निर्णय ही नहीं लिया। इसलिए विवश होकर यह आंदोलन करना पड़ रहा है। प्रबंधन की ओर से कुलसचिव प्रोफेसर एसपी त्रिपाठी ने विद्यार्थियों से बात की।
हालांकि, उन्होंने सामने आई शिकायतों पर प्रबंधन द्वारा की गई पहल से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि जिन विद्यार्थियों ने शिकायत की थी उनके उत्तर पुस्तिकाओं की जांच कराई गई।जांच में भी वही नंबर मिल रहे हैं जो उन्हें परीक्षा परिणाम में दिए गए हैं।ऐसे में गड़बड़ी का आरोप निराधार है। फिर भी विद्यार्थियों को यदि किसी प्रकार की कोई समस्या है तो वे पुनर्मूल्यांकन का आवेदन कर सकते हैं।विद्यार्थियों और कुलसचिव के बीच लंबी चर्चा हुई। विद्यार्थियों ने प्रबंधन पर मनमानी का आरोप लगाया। चर्चा के बाद आजाद सेवा संघ की ओर से परीक्षा परिणाम सहित विश्वविद्यालय की व्यवस्थाओं में सुधार को लेकर एक ज्ञापन सौंप आंदोलन समाप्त किया गया।
मोबाइल से सांसद ने विद्यार्थियों को किया संबोधित
दरअसल, सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज ने मोबाइल के माध्यम से विद्यार्थियों को संबोधित किया। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि विश्वविद्यालय प्रबंधन के कारण उन्हें जो भी समस्या है उन समस्याओं को वे लिखित रूप से उन्हें प्रस्तुत करें। विद्यार्थियों की समस्याओं को लेकर वे कुलपति और कुलसचिव से चर्चा करेंगे।विद्यार्थियों की समस्याओं के निराकरण का पूरा प्रयास किया जाएगा।
विद्यार्थियों की शिकायतों,समस्याओं का लिखित आवेदन सौंपा
फिलहाल, रैली से पहले विद्यार्थी आकाशवाणी चौक पर एकत्रित हुए थे।संभाग भर से पहुंचे विद्यार्थी अपनी अलग-अलग समस्याओं को लेकर आए थे। सभी से लिखित आवेदन लिया गया। अधिकांश विद्यार्थियों की समस्या परीक्षा परिणाम को लेकर थी। किसी विषय के प्रथम प्रश्न पत्र में विद्यार्थी को अच्छे अंक मिले हैं लेकिन दूसरे प्रश्न पत्र में शून्य अंक दिया गया है। इसी प्रकार उपस्थित परीक्षार्थी को अनुपस्थित बताकर परीक्षा परिणाम रोकने की भी शिकायत थी। इन सभी समस्याओं को लेकर विद्यार्थियों से आवेदन लिए गए।आंदोलन के दौरान आजाद सेवा संघ की ओर से इन सभी आवेदनों को विश्वविद्यालय प्रबंधन को इस उम्मीद से सौंपा गया कि वह विद्यार्थियों की समस्याओं का समाधान तय समयावधि में अवश्य करेंगें!
“परीक्षा परिणाम से विद्यार्थी संतुष्ट नहीं थे। उनके द्वारा पूर्व में भी आवेदन दिया गया था।जिन विद्यार्थियों की ओर से शिकायत की गई थी, उनके उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन प्रोफेसर से कराया गया। जितने अंक विद्यार्थी को मिले हैं उतने ही अंक प्रोफेसर की जांच में भी मिल रहे हैं। यदि विद्यार्थियों को दिक्कत है तो वे पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकते हैं। विश्वविद्यालय नियम प्रक्रियाओं से चलता है। पुनर्मूल्यांकन में दो प्रोफेसर उत्तर पुस्तिका की जांच करेंगे। सारे प्रोफेसर विद्यार्थियों के दुश्मन नहीं हो सकते ,यदि इससे भी विद्यार्थी संतुष्ट नहीं होते हैं तो उनके पास सूचना के अधिकार के तहत उत्तर पुस्तिका प्राप्त करने का विकल्प है। वे उत्तर पुस्तिका निकलवा कर स्वतंत्र रूप से भी जांच करवा सकते हैं”- प्रोफेसर एसपी त्रिपाठी, कुलसचिव संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा अंबिकापुर
“विद्यार्थियों की समस्याओं को लेकर प्रबंधन गंभीर नहीं है। पूर्व में भी हमने प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा था। उपस्थित परीक्षार्थी को अनुपस्थित बताया गया है। कई परीक्षार्थी ऐसे हैं जिन्हें एक प्रश्न पत्र में उच्च अंक प्राप्त हुए हैं लेकिन दूसरे प्रश्न पत्र में उन्हें शून्य अंक दे दिया गया है ,ऐसा संभव ही नहीं हो सकता।हमने आज पुनः ज्ञापन सौंपा हैं। प्रबंधन से उम्मीद है कि वह विद्यार्थियों की समस्याओं को दूर करने पहल करेगा यदि छात्र हितों की अनदेखी हुई तो अगली बार और ज्यादा संख्या में विद्यार्थियों की उपस्थिति के बीच हम विश्वविद्यालय के विरुद्ध आंदोलन करेंगे”-रचित मिश्रा- आजाद सेवा संघ अंबिकापुर
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रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर