पूर्व भारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा ने श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए टीम से बाहर किए गए संजू सैमसन को लेकर बात की। उथप्पा ने कहा है कि यह पहली बार नहीं है जब सैमसन ने खुद को इस स्थिति में पाया है और यह आखिरी बार भी नहीं है कि उनको टीम से बाहर रखा है।
हालांकि, रॉबिन उथप्पा ने माना है कि संजू सैमसन को ड्रॉप किए जाने के पीछे का एक मुख्य कारण गौतम गंभीर के टीम इंडिया के मुख्य कोच बनने के साथ नेतृत्व में बदलाव के कारण हो सकता है।
वहीं, संजू सैमसन श्रीलंका के दौरे पर गई भारत की टी20 टीम का हिस्सा हैं, लेकिन वे 50 ओवर के प्रारूप की टीम में जगह नहीं बना पाए हैं। यहां तक कि उन्होंने पिछले साल दिसंबर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत के लिए जो आखिरी 50 ओवर का मैच खेला था, उसमें शतक भी जड़ा था, जो उनके करियर का पहला वनडे शतक था। उथप्पा ने सुझाव दिया कि नेतृत्व समूह को सेटल होने के लिए कुछ समय दिया जाना चाहिए। विकेटकीपर के तौर पर केएल राहुल और ऋषभ पंत चुने गए हैं।
दरअसल, सोनी स्पोर्ट्स पर रॉबिन उथप्पा ने कहा, “संजू के दृष्टिकोण से देखें तो यह पहली बार नहीं है जब वह इससे गुजरे हैं? मुझे नहीं लगता कि यह आखिरी बार होगा जब वह एक खिलाड़ी के रूप में इससे गुजरेंगे, लेकिन संजू के एकदिवसीय आंकड़े काफी अविश्वसनीय रहे हैं। मुझे लगता है कि नेतृत्व समूह में चीजें सेटल हो जाएंगी तो हमें भारतीय क्रिकेट टीम के प्रशंसकों और समर्थकों के रूप में भी खुद को शांत रखना होगा।”
फिलहाल, उथप्पा ने माना है कि सैमसन वनडे टीम की दौड़ से बाहर नहीं हैं, बस कुछ चीजों को समय देने की जरूरत है। उन्होंने कहा, “इसलिए, मुझे लगता है कि संजू किसी भी अन्य खिलाड़ी की तरह प्रतिस्पर्धा से बाहर नहीं है। यह समय की बात है और उसे अपना अवसर मिलेगा, लेकिन जब अवसर आएंगे, तो उसे उन अवसरों को भुनाना होगा, ताकि वह ठोस प्रदर्शन करके सुनिश्चित कर सके कि वह दौड़ में बना रहे।”
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रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर