पत्थलगांव/जशपुरनगर :- छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में पत्थलगांव क्षेत्र वन विभाग के सबसे सुरक्षित जंगल ‘रिजर्व फॉरेस्ट’ की जमीन पर लगे हरे-भरे पेड़ पौधों को अंधाधुंध कटाई कर उसपर जबरन कब्जा कर खेती करने का मामला सामने आया है। ग्रामीणों का आरोप है कि, उक्त जमीन पर तीन साल से आलाधिकारियों को शिकायत करने के बावजूद किसी ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की।
वहीं, इससे ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है। अब इसकी शिकायत ग्रामीणों ने सीएम के कैम्प कार्यालय बगिया में कर दी है।
बता दें, यह पूरा मामला जशपुर जिले के पत्थलगांव विकासखंड के ग्राम पंचायत महेशपुर का है। यहां के ग्रामीणों का कहना है कि, आरएफ क्रमांक 982 में ग्राम पंचायत झिमकी के ग्रामीणों ने अवैधानिक रूप से वन अधिकार पट्टा बनवाया है। उसके बावजूद वे लोग ग्राम पंचायत महेशपुर के आरएफ क्रमांक 984 जंगल में लगाये गये प्लांटेशन और जंगली जानवरों के लिये बनाये गये शासकीय डेम को तोड़कर खेती किया जा रहा है।
सागौन रोपणी को कर डाली साफ
हालांकि, महेशपुर के सरपंच धनराम खलखो, वन सुरक्षा समिति के सदस्य यदुमणि यादव, ध्रुव साय पैंकरा, बालक राम उरांव, अगस्तु बेग सहित अन्य लोगों ने बताया कि, उक्त भूमि में वर्ष 1992-93 में सागौन पेड़ का रोपणी के साथ-साथ जंगली जानवरों के पीने के पानी के लिये शासकीय मद से डेम निर्माण कराया गया था। उसके बावजूद ग्राम पंचायत झिमकी के ग्रामीणों ने दूसरे पंचायत में भी वन अधिकार पट्टा और राजस्व भूमि का दावा करते हुये जंगलों की कटाई कर अवैध कब्जा किया है। ग्रामीणों ने बताया कि, उनके द्वारा लगभग तीन वर्षों से लगातार जिला कलेक्टर, वन विभाग सहित वर्तमान विधायक को लिखित शिकायत करने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
इन पर अवैधानिक कब्जा करने का आरोप
वहीं, शिकायतकर्ता ग्रामीणों ने बताया कि, ग्राम पंचायत झिमकी के उपसरपंच जगत यादव,भाई गणेश यादव पिता त्रिलोचन यादव ने सबसे पहले कब्जा किया था। उन्हें बार-बार समझाइश देने के बावजूद और जोरों से पेडों की कटाई कर उनके ग्राम झिमकी अन्य दर्जनों लोगों को रिजर्व वन भूमि कब्जा कर खेती को बढ़ावा दिया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि, जंगल की सुरक्षा के लिये वन सुरक्षा समिति और ग्राम पंचायत के ग्राम सभा मे प्रस्ताव बनाकर शिकायत किया गया लेकिन वह विभाग अभी तक कोई जांच भी करना उचित नहीं समझा है। इधर ग्रामीण जंगल बचाने के लिये पूरे गांव के लोग एकजुट हो गये हैं। उनका कहना है कि, उनके ग्राम पंचायत से किसी ने भी उक्त रिजर्व जमीन पर कोई अतिक्रमण नही किया है।
सीएम कैम्प कार्यालय बगिया में दी लिखित शिकायत
दरअसल, वन भूमि के अवैध कब्जे व अवैधानिक तरीके से बनवाए गए वन अधिकार पट्टे को निरस्त करने की मांग को लेकर 25/6/2024 को सीएम विष्णुदेव साय के कैम्प कार्यालय बगिया में महेशपुर के ग्रामीणों ने सामूहिक लिखित शिकायत उक्ताशय से दर्ज कराई की झिमकी व महेशपुर की मध्य स्थित वन भूमि में 1/2 बड़े झाड़ जंगल राजस्व भूमि 982 आर एफ बता कर अवैधानिक तरीके के बने वन अधिकार पट्टे को निरस्त करने की मांग की गई है।
विभाग के अफसर जता रहे अनभिज्ञता
फिलहाल, मामले को लेकर पत्थलगांव वन विभाग के रेंजर कृपा सिंधु पैंकरा पत्थलगांव, से चर्चा करने पर उन्होंने इसकी जानकारी नहीं होने की बात कहते हुये कहा कि, आपके माध्यम से जानकारी मिल रही है। तत्काल संज्ञान लिया जा रहा है। कल ही स्थल जाकर निरीक्षण करूँगा और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
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रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर