Chhattisgarh News :- छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के एक के प्राथमिक शाला में जर्जर भवन को लेकर नाराज़ ग्रामीणों ने छात्र-छात्राओं व स्कूल के शिक्षकों को बाहर निकालकर स्कूल में ताला जड़ दिया.
बता दें, जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया. घटना मैनपाट विकासखंड के पेंट गांव के बहला पारा की है. आनन-फानन में विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और नाराज़ लोगों को समझाते हुए मामला शांत कराया. दरअसल, जनपद पंचायत मैनपाट के पेंट गांव का प्राथमिक शाला भवन स्कूल जतन योजना के तहत बनाया जा रहा है जिसके कारण स्कूल वहीं पर बने आंगनबाड़ी केंद्र के जर्जर भवन में चल रहा है.
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बच्चों की सुरक्षा को किया नज़रअंदाज़
हालांकि, बारिश के चलते आंगनबाड़ी भवन भी काफी जर्जर हो चुका है. बारिश के दौरान सीपेज सहित दीवारों में दरार पड़ गई है, और बारिश का पानी स्कूल के कमरों में आने से बच्चे बीमार पड़ रहे हैं. जिससे आज उक्त ग्राम के लोग आक्रोशित हो उठे और बच्चों व शिक्षकों को बाहर निकालकर ताला लगा दिया. स्कूल के शिक्षक और बच्चे अधिकारियों के आने का इंतजार कर रहे हैं.
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1 साल से आंगनबाड़ी में चल रहा स्कूल
वहीं, प्राथमिक शाला भवन को जर्जर होने की वजह से पिछले वर्ष मई 2023 में डिस्मेंटल कर दिया गया था. जर्जर स्कूल ईमारत डिस्मेंटल किए जाने के बाद शिक्षा विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर आंगनबाड़ी भवन में प्राथमिक शाला चलाने करने का निर्देश दिया. यहां प्राथमिक शाला में 31 बच्चे पढ़ रहे हैं और साथ ही 32 बच्चों के साथ बालबाड़ी भी चलाया जाता है. वहीं, शाला में 3 शिक्षक तैनात हैं.
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नाराज़ माता-पिता का दिखा गुस्सा
दरअसल, बच्चों की ज़्यादा संख्या की वजह से शिक्षकों को आंगनबाड़ी केंद्र भवन में काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है. क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश की वजह से आंगनबाड़ी केंद्र की पुरानी ईमारत में जगह-जगह दरारें पड़ने लगी हैं. जिससे नाराज होकर आज गांव वालों ने आंगनबाड़ी भवन में चल रही प्राथमिक शाला में शिक्षकों व बच्चों को बाहर निकालकर ताला लगा दिया.
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बड़ी मुश्किल से शांत हुए लोग
फिलहाल, मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत 24 लाख रुपये से प्राथमिक शाला बहला पारा का नया भवन बनाने का आदेश पिछले वर्ष हुआ था. लेकिन सीतापुर के ठेकेदार ने पेटी पर स्कूल भवन निर्माण को दे दिया. उसके बाद आड़ा-तिरछा पिलर खड़ा कर पेटी कॉन्ट्रेक्टर भी नदारद हो गया. गांव के लोगों ने बताया कि क्षेत्र के विधायक रामकुमार टोप्पो को इस मामले में कई बार शिकायत भी की गई है, लेकिन वे भी ध्यान नहीं दे रहे हैं. जिस वजह से बच्चे जर्जर भवन में पढ़ने के लिए मजबूर हैं. मामले की जानकारी मिलते ही इलाके के BRC बलबीर गिरी मौके पर पहुंचे और नाराज़ गांव के लोगों को शांत कराया.
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रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर