जशपुरनगर : छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा विशेष शिक्षण केन्द्र योजना के तहत दूरस्थ आदिवासी क्षेत्रों में अच्छे शिक्षको के अभाव के कारण छात्रावास-आश्रमों में निवासरत विद्यार्थियों को कठिन विषयों में कमजोर रहे विद्यार्थियों को निदानात्मक एवं विशेष शिक्षण के माध्यम से अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, वाणिज्य संबंधी कमजोरी को दूर करने तथा आरक्षित वर्ग छात्र-छात्राओं के परीक्षा परिणात्मक सुधार हेतु योजना संचालित की जा रही है।
दरअसल, विभाग द्वारा संचालित माध्यमिक स्तर के प्री मैट्रिक एवं पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक तथा कन्या छात्रावासों में निवासरत विद्यार्थियों को संचालित जिले अन्तर्गत लगभग छात्रावास 5101 विद्यार्थियों को इसका लाभ दिया जा रहा है। योजना के तहत प्रशिक्षक के तौर पर सेवानिवृत्त शिक्षक, योग्य शिक्षक अनुभवी बेरोजगार युवक-युवती को प्राथमिकता दी जाती है। इच्छुक सेवा निवृत शिक्षक, बेरोजगार युक-युवती संबंधित प्री मैट्रिक व पोस्ट मैट्रिक छात्रावास अधीक्षक-अधीक्षिका से सम्पर्क कर सकते हैं।
फिलहाल, विशेष शिक्षण केन्द्र में विकास खण्ड स्तर पर स्थित आश्रमों एवं छात्रावासों में निर्धारित छात्र संख्या की पूर्ति न होने पर स्थानीय स्कूल में अध्ययनरत गरीब अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति (डे-स्कालर) एवं आस-पास के आश्रमों-छात्रावासों से यह संख्या पूरी की जाती है।
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रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर