National Crime Desk : मध्य प्रदेश के मुरेना जिले से एक दिल दहला देने वाला और चौंकाने वाला मामला सामने आया है. घटना ऐसी थी कि पुलिस भी हैरत में पड़ गई थी. जिले के नगरा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत कीचोल के झोंडकी गांव निवासी दलित परिवार की 10 साल की बालिका बीती शाम बकरियों को चराने अपने खेतों में ले गई थी.
हालांकि, इस दौरान पड़ोसी ग्राम पंचायत शिकहरा के घमंडी खोड का निवासी 33 वर्षीय युवक भी बकरियां चरा रहा था. अकेली बालिका को देख मजबूत कद काठी के इस युवक ने बालिका को जबरन पकड़ लिया. बालिका काफी देर तक छटपटाती रही, लेकिन उसका मुंह बंद कर लेने से बच्ची चीख भी न सकी. शाम 6:00 बजे के करीब बालिका खून से लथपथ हालत में जब घर वापस पहुंची, तब परिजनों को घटना की जानकारी मिली.
गरीबी ने बढ़ाई परेशानी
दरअसल, पीड़ित युवती के परिजन की हालत इतनी गरीब है कि इस गंभीर हालत में भी उनके पास बालिका को अस्पताल तक लाने का कोई साधन नहीं था. इस वजह से उन्होंने दूसरे गांव जाकर बालिका के चाचा से बाइक मांगा. उससे बालिका को थाने तक ले जाया गया. नाबालिग बालिका से दुष्कर्म की जानकारी मिलते ही पुलिस भी चौंक गई. इसके बाद पीड़ित बालिका को पुलिस के वाहन से पोरसा में प्राथमिक चिकित्सा कराने के बाद मुरैना जिला अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया. यहां चिकित्सकों ने रात भर प्रयास कर बालिका की स्थिति को सामान्य किया है. घटना की जानकारी मिलते ही सब डिवीजल ऑफिसर पोरसा चिकित्सालय पहुंच गए. परिजनों से जानकारी कर तत्काल चार दल बनाकर आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए प्रयास शुरू किए गए.
खेत में ही घर बनाकर रहता है पीड़ित परिवार
फिलहाल, मामले में आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया. जानकारी के अनुसार, दुष्कर्म का घटनास्थल पीड़ित परिवार के घर से मात्र 100 मीटर की दूरी पर ही है. कुछ दूरी पर स्थित आरोपी के खेतों के बीच कुंआ बना हुआ है. आरोपी आसपास बकरियां चराने के लिए अकसर आता है. पीड़ित बालिका का परिवार खेत में अपना घर बनाकर एक साथ रहता है. घटना के बाद माता पिता और चाचा बालिका को लेकर पुलिस के पास पहुंचे. बालिका का जिला चिकित्सालय में इलाज जारी है.
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रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर