जशपुरनगर :- भारत सरकार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा देश को टीबी मुक्त करने लिये चलाये जा रहे 100 दिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार ‘निक्षय निरामय छत्तीसगढ़‘ अभियान 07 दिसम्बर से जशपुर जिले में कलेक्टर रोहित व्यास के मार्गदर्शन में प्रारंभ किया जा रहा है। जिसके तहत शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जी.एस. जात्रा के उपस्थिति में जिला स्तर पर अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिये स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों, फील्ड वर्करों हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में अभियान के विषय में विस्तार पूर्ण प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
भारत सरकार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा ‘निक्षय निरामय छत्तीसगढ़‘ की प्रतिद्धता को पूर्ण करने के लिये निक्षय निरामय जशपुर हेतु 100 दिवसीय अभियान 07 दिसम्बर से प्रारंभ होकर 24 मार्च 2025 तक संम्पन्न होगा। अभियान में प्रमुख रूप से राष्ट्रीय क्षय उन्मुलन कार्यक्रम, राश्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय वयोवृध्द स्वास्थ्य संरक्षण कार्यक्रम, एन.सी.डी., मोतियाबिंद निशक्तता, मलेरिया कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य सेवाओं को शामिल करते हुए निक्षय निरामय कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जी.एस. जात्रा के द्वारा अभियान के शत प्रतिशत सफलता हेतु आवश्यक सुझाव एवं दिशा निर्देश प्रदान किया गया। जिला कार्यक्रम प्रबंधक गणपत कुमार नायक ने बताया कि इस अभियान में टी.बी. के शंकास्पद मरीजों की खोज, उच्च जोखिम समूहों वाले व्यक्ति का चिन्हांकन, कुष्ठ शंकास्पद मरीजों की खोज, जॉच, उपचार एवं वयोवृद्ध व्यक्ति के हेल्थ प्रोफाइल के साथ जांच उपचार सलाह प्रदान किया जायेगा।
जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी डॉ. उदय प्रकाश भगत द्वारा समस्त नोडल अधिकारी खण्ड चिकित्सा अधिकारी, सलाहकार विकासखण्ड कार्यक्रम प्रबंधकों को कार्यक्रम की पूर्ण सफलता हेतु सुक्ष्म कार्ययोजना अनुरूप कार्य संपादन किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ. आर. एस. पैंकरा द्वारा बताया गया कि समस्त विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करेंगे। स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, आदिम जाति कल्याण विभाग एवं सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, जनप्रतिनिधियों नागरिक समाज संगठनों, युवा संगठन, स्व सहायता समूह, सहकारी समिति, सामुदायिक प्रभावशील व्यक्ति, ग्राम स्तर समिति, गैर सरकारी संगठनों की संयुक्त सहभागिता से अभियान को सफल बनाया जायेगा। अभियान के प्रचार-प्रसार हेतु विभिन्न गतिविधियों, प्रचार वाहन, बैनर पोस्टर, दिवाल लेखन, माईकिंग, मुनादी आदि करायी जायेगी। जिला डाटा प्रबंधक निरंजन प्रसाद गुप्ता के द्वारा कार्यक्रम की रिपोर्टिंग हेतु जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर नोडल अधिकारी समय सीमा पर रिपोर्ट प्राप्त कर उच्च कार्यालय को प्रेषित करने हेतु अवगत कराया गया। जिला एवं समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कन्ट्रोल रूम की स्थापना किया है।
जिला कार्यक्रम समन्वयक टी.बी. रुस्तम अंसारी द्वारा बताया गया कि विकासखण्ड स्तर पर टी.बी. टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की जायेगी साथ ही टी.बी चैंपियन, निक्षय मित्र, कुष्ठ मित्र को इस कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया जायेगा। नये निक्षय मित्र, कुष्ठ मित्र भी बनाये जायेंगें। इस प्रशिक्षण में एस.टी.एस, एस.टी.एल.एस., बी.डी.एम., बी.टी.ई.ओ., सुपरवाइजर, जिला एवं विकासखण्ड समन्वयक, मितानिन, प्रशिक्षक टी.बी. मितान, चैंपियन कुष्ठ मित्र, पिरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।