महासमुंद:- पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या छात्रावास में आयुष विभाग द्वारा छात्रावासी बच्चों के लिए विशेष प्रकृति परीक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को उनके शरीर की प्रकृति और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना था।
छात्रावास अधीक्षक चित्ररेखा खांडे के अनुसार, आयुष विभाग महासमुंद के आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी सरोज कुमार धृतलहरे की उपस्थिति में यह परीक्षण किया गया। उन्होंने आयुर्वेदिक चिकित्सा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि शरीर में वात, कफ और पित्त जैसे दोष किस प्रकार संतुलन बिगाड़ सकते हैं और इनके असंतुलन से विभिन्न बीमारियाँ हो सकती हैं।
चिकित्सा अधिकारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संविधान दिवस पर लॉन्च किए गए प्रकृति परीक्षण ऐप के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस ऐप के माध्यम से व्यक्ति अपनी व्यक्तिगत जानकारी भरकर अपने शरीर की प्रकृति को जान सकता है। साथ ही, यह ऐप मौसमी बीमारियों से बचाव, उचित आहार, जीवनशैली और स्वास्थ्य संबंधी सुझाव समय-समय पर संदेश के माध्यम से प्रदान करता है।
बच्चों को आयुर्वेद और प्रकृति परीक्षण से संबंधित उपयोगी जानकारी दी गई। उन्हें यह भी बताया गया कि विभिन्न ऋतुओं में भोजन और दिनचर्या कैसी होनी चाहिए। कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने उत्साहपूर्वक आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सुझावों को समझा और प्रकृति परीक्षण ऐप को उपयोग करने का संकल्प लिया।