Gpm से कृष्णा पाण्डेय की खबर:- मरवाही में एसडीएम कार्यालय सिर्फ नाम भर का बनाया गया है, एसडीएम कार्यालय संबंधित कोई भी कार्य sdm कार्यालय से नहीं हो रहा है, मरवाही एसडीएम ऑफिस के बाबू विकास तंबोली सीधे मुंह लोगों से बात तक नहीं करते, तो लोगों का काम क्या करेंगे ,कई वर्षों से लटका हुआ मुआवजा, कई वर्षों से लटका हुआ, लोगों का जमीन विवाद, कई वर्षों से लटका हुआ लोगों का एसडीएम संबंधित कई कार्य, जोकि पेंडिंग पड़ा हुआ है ,लेकिन कोई भी इस कार्य को देखने वाला नहीं है,विकास तंबोली एसडीएम ऑफिस के बाबू से पूछने पर या कोई भी कार्य करवाने के लिए, बोलने पर वह कलेक्टर ऑफिस जाओ ,,हाई कोर्ट जाओ ,,कहते हैं,, जब जनता अपना काम हाईकोर्ट, और एसडीएम ऑफिस का कार्य,,, कलेक्टर ऑफिस जाकर करवाएगी तो, फिर मरवाही में एसडीएम ऑफिस होने का क्या मतलब सरकार की करोड़ों रुपए की लागत से बनाई गई एसडीएम ऑफिस सिर्फ देखने भर को है ,, सिर्फ नाम भर का एसडीएम कार्यालय बनाया गया है ,,माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के द्वारा करोड़ों रुपए की लागत से बनाया गया बिल्डिंग, देखने बस को है, कोई काम नहीं हो रहा है,, कोई लाभ जनता को प्राप्त नहीं हो रहा है, जमीन का मुआवजा कई किसानों के जमीन में शासन द्वारा कब्जा कर लिया गया, रोड बना दिया गया, बिल्डिंग बना दिया गया ,बिजली विभाग ऑफिस बना दिया गया, यहां तक बड़े-बड़े कार्यालयों का लोकार्पण हो गया, लेकिन जिसकी जमीन है, उसको अब तक जमीन का मुआवजा नहीं मिला है, इस बात का खेद है, मरवाही से सिवनी मार्ग रोड जिसमें कई गरीबों का जमीन रोड में दब गया जमीन मालिक आवाज उठाते उठाते थक गए,, आज तक उनके आवाज को दबा कर रखा गया है,, लेकिन उनके पक्ष में फैसला नहीं किया गया,, उनके जमीन का मुआवजा अब तक नहीं दिया गया है,, किसान बंधु एसडीएम कार्यालय का चक्कर लगा लगा कर परेशान है,, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है कुछ गिने-चुने लोग जो मीडिया से संबंधित है,, और नेतागिरी में अच्छा पकड़ बना कर रखे हैं ,,उन्हें मुआवजा देकर चुप करा कर घर में बैठा दिया गया है,, लेकिन जो गरीब वर्ग का व्यक्ति है,, जो खर्चा नहीं कर सकता है,, उसका मुआवजा शासन आज तक नहीं दीया है..