रायगढ:- स्कूल से तिमाही परीक्षा दिलाकर घर लौटी बारहवीं कक्षा की एक नाबालिग छात्रा को न जाने क्या सूझा कि उसने बाड़ी में कीटनाशक दवा पीते हुए असमय दुनिया को अलविदा कह दिया। यह दुखद प्रसंग शहर के चक्रधर नगर थाना क्षेत्र का है। पुलिस छानबीन कर रही है।घटना की विवेचना कर रहीं सहायक उपनिरीक्षक संतरा बाई ने बताया कि पूर्वांचल में ओडिशा सीमा से लगे ग्राम चक्रधरपुर निवासी कु. रंजीता पाव (17 बरस) कक्षा बारहवीं में पढ़ती थी। इन दिनों स्कूल में तिमाही परीक्षा होने के कारण वह तैयारी भी कर रही थी, लेकिन पढ़ने में कमजोर होने के चलते वह काफी सहमी भी रहती थी। शुक्रवार को स्कूल से परीक्षा दिलाने के बाद रंजीता अपने घर गई।बाड़ी की तरह से घूमकर वापस पहुंची किशोरी उल्टी करने लगी। रंजीता को अचानक उल्टी करते हुए बेहाल देख मां ने पूछा तो छात्रा ने बाड़ी जाकर जहर पीने की बात बताई। बदहवास महिला द्वारा परिजनों को सूचना देने पर आनन-फानन में वाहन व्यवस्था कर रंजीता को रायगढ़ लेकर श्रीमती अशर्फी देवी महिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। डॉ. रूपेंद्र पटेल एंड टीम की तमाम कोशिशों के बावजूद जिंदगी और मौत के बीच संघर्षरत छात्रा ने आखिरकार दम तोड़ दिया।शनिवार को जिला अस्पताल में नाबालिग बाला का पोस्टमार्टम हुआ। रंजीता ने किन कारणों से त्रस्त होकर ऐसा आत्मघाती कदम उठाया, इसका खुलासा परिजन भी नहीं कर सके। बहरहाल, चक्रधर नगर पुलिस मर्ग कायम करते हुए जांच पड़ताल में जुटी है।
संवाददाता:भुनेश्वर निराला