प्रेस रिपोर्ट भुनेश्वर निराला
दोनों मरीन ड्राइव के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी, वर्क आर्डर भी जारी मगर निर्माण कार्य का पता नहीं
रायगढ़। शहरवासियों के मनोरंजन व सैर सपाटे के लिए केलो नदी के दोनों तट पर बनी मरीन ड्राईव की हालत आखिर कब सुधरेगी, इसको लेकर अब लोग भी सवाल करने लगे हैं। दरअसल, दोनों सडक़ के लिए बरसात के पूर्व टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है और अब वर्क आर्डर भी जारी हो चुका है मगर ठेकेदार हैं कि निर्माण कार्य चालू करने में दिलचस्पी ही नहीं दिखा रहे हैं। ऐसे में बारिश के बाद भी लोगों को आवागमन करने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।मरीन ड्राइव की बदहाली किसी से छिपी नहीं है। चाहे बात करें सर्किट हाउस रोड से लेकर पुराने इंटकवेल तक और दूसरी तरफ बेलादुला रोड से लेकर चक्रपथ और फिर इंडियन स्कूल रोड की तो यहां सडक़ की बजाय सिर्फ दलदल ही दिखाई देते हैं। मरीन ड्राईव में प्रवेश करते ही ऐसा लगता है कि कहीं हम भूल कर किसी गांव की दलदलनुमा पगडंडियों में तो नहीं आ गए हैं क्योंकि कुछ यही हालत हो रखी है केलो नदी के तट पर बने दोनों मरीन ड्राईव का। हालांकि दोनों सडक़ की हालत तीन साल पहले ही खराब होने लगी थी मगर इसके बाद एक-एक कर पहले अमृत मिशन के पाइप लाइन बिछाने के लिए इसे बुरी तरह से खोद दिया गया तो उसके बाद एसटीपी के पाइप बिछाने के नाम पर इस सडक़ का सत्यानाश कर दिया गया।पहले यह कहां गया था कि इन दोनों सडक़ का पुनर्निर्माण संबंधित एजेंसियां करेंगी मगर बाद में ठेका कंपनी ने ऐसा करने से साफ इंकार कर दिया क्योंकि यह उनके एग्रीमेंट में ही शामिल नहीं था तो दूसरी तरफ नगर निगम के खुद के पास इतना बजट नहीं था कि सडक़ के निर्माण के लिए पैसे खर्च करे। ऐसे में फंड के अभाव में दोनों मरीन ड्राईव बदहाली की मार झेलते रही और इसपर आवाजाही करने वाले लोग हलाकान होते रहे। बाद में राज्य शासन ने शहर के बदहाल हो चुकी कुछ प्रमुख सडक़ के निर्माण के लिए राशि स्वीकृत की तब कहीं जाकर इसके लिए टेंडर प्रक्रिया आगे बढ़ी मगर तब तक फिर देर हो चुकी थी। टेंडर प्रक्रिया पूरी होते-होते बरसात शुरू हो गई और निर्माण कार्य पर ब्रेक लग गया।
ठेकेदारों की मनमानी लगातार आ रही सामने
अक्टूबर माह से सडक़ निर्माण का कार्य प्रारम्भ हो जाता है। लोगों को लगा था कि अब मरीन ड्राइव की सूरत भी जल्द बदल जाएगी और उन्हें आवागमन करने में सहूलियत होने लगेगी मगर ऐसा होता दिखाई नहीं दे रहा है। कारण यह है कि अब तक सडक़ का काम शुरू नहीं हो सका है जबकि नगर निगम के पीडब्ल्यूडी की मानें तो टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद संबंधित ठेकेदारों को वर्क आर्डर जारी किया जा चुका है और उन्होंने बारिश के बाद काम शुरु करने की बात कही थी मगर अब तक काम शुरू नहीं किया गया है। यहां यह बताना जरूरी होगा कि यह पहली बार नहीं हो रहा है। इससे पहले भी ठेकेदारों की मनमानी सामने आ चुकी है।