*छत्तीसगढ़ वैष्णव महासभा अंतर्गत शक्ति जिला वैष्णव पदाधिकारी निर्वाचन
*आगामी प्रांतीय महासभा में निष्पक्षतापूर्ण होगा शक्ति जिला पदाधिकारियों का चुनाव – राष्ट्रीय महासचिव लखन दास वैष्णव*
शक्ति । प्रदेश के सबसे बड़े वैष्णव / बैरागी संगठन छत्तीसगढ़ वैष्णव महासभा है जो की अखिल भारतीय वैष्णव (च.स.) विकास परिषद मुंबई से संबद्ध है।
छत्तीसगढ़ वैष्णव महासभा वर्षो से समाजहित एवं विकास कार्यों में प्रयासरत संस्था है, जिससे छत्तीसगढ़ के अधिकतर वैष्णव परिवार जुड़े हैँ। छत्तीसगढ़ वैष्णव महासभा ना सदैव समाजिक उत्थान, मेधावी छात्रों का प्रोत्साहन, वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान, समाज में विशेष योगदान करने वाले समाजिक बधुओं का साधुवाद, विधवा एवं परितय्कत्या महिलाओ के स्वालंबन हेतु प्रयास किया है। जिस कारण छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिले में सामाजिक बंधु संगठन से जुड़कर समाज सेवा में दिन रात लगे हैँ।
*नव गठित जिले शक्ति में होना था छत्तीसगढ़ वैष्णव महासभा के पदाधिकारियों का चयन -*
सामाजिक सूत्रों के अनुसार जांजगीर चांपा से पृथक होने पर शक्ति जिले में भी वैष्णव महासभा के पदाधिकारियों का चयन होना था। जिसकी जिम्मेदारी राष्ट्रीय महासचिव ने जिला शक्ति के वैष्णव पदाधिकारियों को सौंपी थी। निष्पक्ष चयन कर पदाधिकारियों की सूची भेजने निर्देशित किया था।
*सर्वप्रथम जिले के ओडकेरा में हुआ चुनाव -*
सर्वप्रथम 19 नवंबर को शक्ति जिले के ओडकेरा में चुनाव सम्पन्न हुआ जिसमे क्षेत्रीय विधायक श्री केशव चंद्रा की गरिमामय उपस्थिति के साथ करीब 250 से अधिक वैष्णव बंधुओ की उपस्थिति रही। जिसमे अध्यक्ष के लिए उपस्थित 90% परिवार बंधुओ ने हीरा दास वैष्णव को बनाने में समर्थन किया। जिसमे मालखरौदा, जैजेपुर, डभरा, हसौद ने अपनी सहमति जताई और शक्ति के अध्यक्ष ने नोटा पर राय दिया।
*असंवैधानिक बताकर चंद्रपुर में पुनः चुनाव कार्यक्रम -*
निर्विरोध चयन पर आपत्ति जताते हुए शक्ति परीक्षेत्र एवं पूर्व अध्यक्ष एवं सचिव ने जानकारी का अभाव होने की बात कहकर पुनः 04 दिसंबर को चुनाव कराने हेतु निवेदन किया। जिसमे प्रदेश महासचिव श्री लखन दास वैष्णव स्वयं उपस्थित हुवे। लेकिन शक्ति जिला के वैष्णव बंधुओ की कम संख्या एवं विवाद की स्थिति को देखते हुवे निर्वाचन को कैंसिल कर महासभा मे समस्त वैष्णव बंधुओ की उपस्थिति मे निर्वाचन करने की बात कही।
*छत्तीसगढ़ वैष्णव महासभा से बढ़कर कोई व्यक्ति विशेष नहीं – महासचिव लखन दास वैष्णव*
छत्तीसगढ़ वैष्णव महासभा के महासचिव श्री लखन दास वैष्णव ने अपने सम्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ वैष्णव महासभा एक विशाल बरगद वृक्ष के समान है सभी जिले एवं मंडल इसके शाख और डग़ाल हैँ, इस वृक्ष कि जड़ें हमारे संस्कार और कार्यकर्ताओं की समर्पण और निष्काम समाज सेवा हैँ। कोई भी व्यक्ति विशेष वो चाहे कोई भी उच्च पद पर आसीन क्यों ना हो वो महासभा से बढ़कर नही हो सकता। शक्ति जिले के दोनो चुनाव को निरस्त किया जाता है। आगामी चयन तक पूर्व अध्यक्ष और सचिव उसी पद पर यथावत रहेंगे।
एक जिले के पद के लिए विवाद गंभीरता की श्रेणी मे आती है, महासभा के गौरव को धूमिल करने वालों पर महासभा अनुशासनात्मक कार्यवाही करेगी। एवं अगामी अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों का चुनाव एवं निर्णय सारंगढ़ मे आयोजित महासभा मे होगा।