*बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर ED से मांगा दो हफ्ते का वक्त…महादेव बेटिंग एप मामले में होनी है पूछताछ…महादेव बेटिंग एप मामले में ED की तरफ से जारी किया गया था समन…पढ़ें पू
बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) गुरुवार को मेल करके पेश होने के लिए समय मांगा हैं। बता दें कि महादेव बेटिंग ऐप मामले में रणबीर कपूर की ईडी की तरफ से समन जारी किया गया था।
उन्हें छह अक्टूबर को ईडी के सामने हाजिर होने के लिए कहा गया था। बताया जा रहा है कि जांच एजेंसी को शक है कि रणबीर कपूर ने महादेव ऐप को प्रमोट करने के लिए बहुत बड़ी रकम ली है। इसके लिए एक्टर को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
हालांकि एक रिपोर्ट के मुताबिक, रणबीर ने ईडी से दो हफ्ते का समय मांगा है। उन्हें रायपुर में ईडी ब्रांच के सामने पेश होना है। बता दें कि रणबीर पर सौरभ चंद्राकर के बेटिंग ऐप के प्रमोशन का आरोप है। ईडी का कहना है कि इसके लिए रणबीर को हवाला के जरिए कैश पेमेंट किया गया। एक्टर से ईडी जानना चाहती है कि वह इसका प्रमोशन कब से कर रहे हैं? इसके लिए किसने संपर्क किया और पेमेंट किस मोड़ में मिला।
साथ ही सूत्रों का कहना है कि मामले के सिलसिले में चार लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। रणबीर को पूछताछ के लिए शुक्रवार, छह अक्टूबर को ईडी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था। एक दूसरे सूत्र ने स्पष्ट किया कि रणबीर को आरोपी के तौर पर नहीं बुलाया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि रणबीर कपूर को सट्टेबाजी के कारोबार के लेन-देन को समझने के लिए बुलाया गया है। इस बिंदु पर उन्हें आरोपी के रूप में नहीं बुलाया गया है। उससे प्राप्त धन के सोर्सेज के बारे में उसकी जानकारी जानने के लिए उससे पूछताछ महत्वपूर्ण है।
सूत्रों का कहना है कि रणबीर कपूर साजिश का हिस्सा नहीं हो सकते हैं लेकिन घोटाले को समझना बहुत जरूरी है। उधर, बेटिंग ऐप केस में जांच कर रहे अफसरों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय की ओर से एक्टर रणबीर कपूर को फिर से समन भेजा जाएगा। अगर दो बार समन जारी करने के बाद भी वो पूछताछ में शामिल नहीं होंगे तो ईडी की टीम रणबीर कपूर को पूछताछ के लिए हिरासत में ले सकती है।
ईडी के मुताबिक कंपनी के प्रवर्तक सौरभ चंद्रशेखर और रवि उप्पल दुबई से इसे संचालित कर रहे थे। वे छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं। ईडी ने आरोप लगाया कि वे नए उपयोगकर्ताओं का पंजीकरण करने के लिए ऑनलाइन बुक बेटिंग एप्लिकेशन का इस्तेमाल करते थे। वे आईडी बनाकर बहुस्तरीय बेनामी बैंक खातों से धनशोधन करते थे।
अधिकारियों ने बताया कि वे अपने जानकारों को फ्रेंचाइजी के जरिए खोली गई शाखाओं को कारोबार का अधिकार 70-30 के लाभ अनुपात पर देते थे। सट्टे से हुई कमाई की राशि दूसरे देशों में भेजने के लिए बड़े पैमाने पर हवाला का इस्तेमाल करते थे। भारत में सट्टा वेबसाइट के प्रचार के लिए बड़े पैमाने पर नकदी का इस्तेमाल किया गया। बताया जा रहा है कि ईडी 14 से 15 अन्य हस्तियों की मामले में भूमिका की जांच कर रही है और उन्हें भी जल्द पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।
रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर