लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क :- हिचकी को आमतौर पर किसी के याद करने से जोड़ा जाता है, क्योंकि कहा जाता है कि अगर हिचकी आए तो समझ लीजिए कोई आपको याद कर रहा है. डॉक्टरों के मुताबिक, हिचकी सांस की नली में सिकुड़न की वजह से होती है।
अब हिचकी को लेकर रिसर्च
फिलहाल, नई रिसर्च सामने आई है, इसमें हिचकी को महिलाओं में होने वाले स्ट्रोक के लक्षणों में भी देखा गया है.पुरुषों में स्ट्रोक के लक्षणों में एक तरफ झुका हुआ चेहरा, एक हाथ में कमजोरी माना जाता है.वहीं, महिलाओं की बात की जाए तो महिलाओं में पुरुषों के मुकाबले अलग और अधिक सूक्ष्म लक्षण देखने को मिल सकते है।
महिलाओं में स्ट्रोक के लक्षण
▪️भयंकर सिरदर्द
▪️कमजोरी और थकान
▪️सांस लेने में तकलीफ
▪️सीने में दर्द
▪️उल्टी
▪️ब्रेन फॉग
▪️और हिचकी शामिल है
स्ट्रोक और हिचकी का संबंध
जानकारी के मुताबिक, 2019 में किए गए एक शोध से पता चला कि जब महिलाओं को स्ट्रोक आता है तो उन्हें हिचकी भी आ सकती है क्योंकि ये महिलाओं में मस्तिष्क में मेडुला ऑबोंगटा जैसे क्षेत्रों को नुकसान पहुंचाने का संकेत है, जो सांस लेने को नियंत्रित करता है।
हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि अगर आपको अचानक से हिचकी आती है तो आप तुरंत घबरा जाएं कि ये स्ट्रोक के लक्षण है.आपको तब चिंतित होने की आवश्यकता है जब लक्षण बेहद गंभीर दिखने लगें. आपको तभी चिंतित होने की जरूरत है जब हिचकी अन्य लक्षणों के साथ नजर आए।
गर्भ निरोधक गोलियों से भी खतरा
फिलहाल,पुरुषों और महिलाओं में अलग-अलग हार्मोन की वजह से अलग अलग लक्षण देखने को मिलते है वहीं महिलाओं में गर्भ निरोधक गोलियों का सेवन भी स्ट्रोक के खतरे को बढ़ावा देता है.ं महिलाओं में पुरूषों के मुकाबले काफी देरी से स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है. ज्यादातर महिलाओं में 80 वर्ष की आयु के बाद स्ट्रोक के मामले देखे जाते है।
स्ट्रोक के अन्य लक्षण
▪️- शरीर के एक तरफ लकवा
▪️– अचानक दृष्टि हानि या धुंधलापन
▪️– एकदम से बीमार महसूस होना
▪️– चक्कर आना
▪️– भ्रम पैदा बोना
▪️– दूसरों की बात समझने में परेशानी होनी
▪️– निगलने में कठिनाई होना
▪️– बैलेंस ना बना पाना
▪️– अचानक से तेज सिरदर्द होना जैसे लक्षण शामिल है
रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर