सारंगढ़ बिलाईगढ़। सरसींवा थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत गगोरी मे एक भ्रष्टाचार का मामला देखने को मिला है जहां लोगों के मुताबिक ग्राम सरपंच द्वारा मनरेगा कार्य हेतु जनहित योजनाओं को लेकर लेबर कार्य के द्वारा लोगों में रोजगार दिया जाने के लिए सरकार के द्वारा एक अभियान चलाया जाता है इसी मनरेगा कार्य के अंतर्गत आने वाले नाली निर्माण में लेबरों की आवश्यकता होती है जहां ग्राम सरपंच द्वारा अपने द्वारा निर्धारित लोगों को ही कार्य संचालन में लगाए जाने का मामला ग्रामीणों द्वारा उठाया जा रहा है। ग्रामीणों का यह साफ साफ आरोप है कि ग्राम पंचायत गगोरी मे सरपंच के द्वारा मनमानी कार्य करवाने तथा कार्य संचालन को बिना किसी सहमति या जनहित में ना करके अपने ही मन मुताबिक किया जा रहा है।
विदित हो कि ग्राम पंचायत गगोरी में सरपंच द्वारा मनरेगा कार्य में मनमानी करने का आरोप ग्रामीणों द्वारा लगाया जा रहा है इसमें ग्रामीणों द्वारा बताया गया है कि ग्राम पंचायत गगोरी में मनरेगा कार्य के लिए नाली निर्माण में खुदाई के संबंध में जेसीबी से कार्य करवाया गया है जोकि इस काम के लिए सरकार द्वारा ग्रामीण लोगों को मजदूर
के रूप में लिया जाता है ओर इसी बहाने ग्रामीणों को रोजगार भी दिया जाता है किंतु यहां ऐसा नहीं हो करके अपने द्वारा निर्धारित किए हुए ग्रामीण लोगों को ही इस मनरेगा कार्य में मजदूरी करने के लिए लिया जा रहा है तथा ग्रामीणों के अनुसार साथ में यह अभी देखा जा रहा हे कि इसमें अगर 20 लोग कार्य कर रहे हैं तो 40 लोगों का हाजिरी अलग से भरा जा रहा है और साथ में नाली निर्माण के कार्यों में पुराने मकानों में लगे हुए एवं स्कूलों में प्रयुक्त किए हुए सरिया का इस्तेमाल किया जा रहा है जोकि नए के मुकाबले बिल्कुल खराब हो चुके हैं जिसे कबाड़ी में भेजने के लिए भेजा जाता है उसी प्रकार की सरिये
अथवा छड़ का इस्तेमाल में लिया जा रहा है ग्रामीणों के द्वारा इस मनमानी कृत्य को देखकर इसके खिलाफ एकजुट होते हुए इस संबंध में शासन को अवगत कराने के लिए इस पर लिखित में शिकायत भी किए गए हैं ओर साथ ही जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ कलेक्टर डा. फरिहा आलम के जनदर्शन में ही इस बात को लिखित रूप में प्रस्तुत किया गया किंतु सरपंच अभी भी बेखोफ होकर अपने मनमर्जी से नाला निर्माण का पैसा नालियों में उपयोग करके खपाया जा रहा है ओर साथ ही साथ इसे अपने द्वारा चयनित अन्यत्र लोगों के नाम पर भी एंट्री करके पैसा आहरण किया जा रहा है।
क्या कहते है ग्रामीण
ग्रामीणों द्वारा या साफ साफ बताया जा रहा है कि ग्राम गगोरी के सरपंच द्वारा लोगों में अभद्र व्यवहार भी किया जाता है एवं महिलाओं को भी मनरेगा कार्य से जबरजस्ती भगा दिया जाता है और अपने ही चयनित लोगों को कार्य पर लगाया जाता है, उन पर यह आरोप लगा दिया जाता है कि यह लोग मेरे नाम (ग्राम सरपंच) पर शिकायत करते हैं इसलिए इनको कार्यभार से मुक्त कर दिया जाए एवं ऐसा कहकर के पूरे ग्रामीण महिलाओं एवं अन्य लोगों को सरकार द्वारा मिलने वाले मनरेगा द्वारा संचालित मजदूरी कार्य से वंचित कर दिया जाता है जिससे उन्हें मिलने वाले मजदूरी के रूप में जो थोड़े बहुत राशि मिल जाती है उनसे भी वह चूक जाते हैं और यही स्थिति है ग्राम वासियों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है। अब देखना यह है कि इस संबंध में संबंधित अधिकारी इस पर कार्यवाही करने की क्या जहमत उठाते हैं।