23 मार्च को निकाले गए कलश यात्रा में एक 11 वर्षीय बच्ची के द्वारा उसके सहेलियों के बुलाने पर कलश यात्रा में शामिल होने पहुंची थी,
रायगढ़ जिले के पुसौर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम रनभाटा में नाम यज्ञ कार्यक्रम स्थल पर जाति के आधार पर अपमानित करने से नाराज ग्रामीणों ने कार्यक्रम प्रमुखों के विरुद्ध थाना प्रभारी पुसौर को एक ज्ञापन सौंपकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। साथ ही इन सभी के द्वारा जातिगत अपमान से न्याय दिलाने की मांग भी की।
मामले में ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम रनभाठा में सतनामी समाज, बरेठ, ब्राह्मण, संवरा, तेली आदि जाति के लोग निवासरत हैं। वर्तमान में रनभाठा में 23 मार्च से ग्राम के बीच चौराहे पर नाम यज्ञ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन निरंतर दिन व रात 24 घंटे चल है। पीड़ित ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि उन्हें अपमानित करने के उद्देस्य से इस यज्ञ में सतनामी समाज के किसी भी सदस्य से चंदा नहीं लिया गया है। वहीं ग्राम के कुछ लोगों द्वारा ग्रामीणों को जाति विशेष कहते हुए मोहल्ले के मुख्य सड़क से गुजरने से रोका जा रहा है।
कार्यक्रम के प्रथम दिवस 23 मार्च को निकाले गए कलश यात्रा में एक 11 वर्षीय बच्ची के द्वारा उसके सहेलियों के बुलाने पर कलश यात्रा में शामिल होने पहुंची थी, जिसे जातिसूचक अपमानित कर कलश यात्रा से भगा दिया गया। इसकी पुष्टि प्रगतिशील सतनामी समाज के ब्लाक प्रमुख परदेशी रात्रे ने की है। पीड़ित ग्रामीणों ने इसे संविधान के लागू हुए 74 वर्ष बीत जाने के बाद भी जाति भेदभाव से अपमानित होना मानते हुए इसकी निंदा की है। ग्रामीणों ने मामले को लेकर पुसौर में थाना प्रभारी के नाम ज्ञापन सौंपकर शिकायत भी की है। ग्रामीणों ने थाना प्रभारी से यह भी कहा कि उन्होंने सरपंच प्रतिनिधि राजकुमार छत्तर को बुलाकर प्रकरण से अवगत कराया पर उनके द्वारा मुझे कुछ नहीं मालूम है कह कर न्याय दिलाने की अपेक्षा मामले से पल्ला झाड़ते हुए मौके से चलते बने। बच्ची के साथ भेदभाव करने वालो में आयोजन समिति के सदस्य वेणुधर छत्तर, श्रीमुख छत्तर, संजय छत्तर, कानहू छत्तर आदि के नाम पर ग्रामीणों ने नामजद शिकायत की है। 25 मार्च शनिवार को थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपने पहुंचे लोगों में परदेसी रात्रे, छबीलाल रात्रे, विश्वनाथ, हरिशंकर, मेघनाथ, जीतू, जागेश्वर, मनोहर, राहुल, श्यामलाल, अमित रात्रे, रेशम रात्रे, किशन कुर्रे, युवराज रात्रे, राहुल रात्रे, कार्तिक राम, सुकलाल कुर्रे, तीज राम, दुखीराम, लक्ष्मी चरण, श्याम कुमार आदि शामिल थे।