छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में नकल निकलवाने के लिए पैसों की मांग करने के खिलाफ वकीलों ने जमकर हल्ला बोला और SDM ऑफिस का घेराव कर दिया। कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है। उनका कहना था कि वकीलों के साथ ही पक्षकारों को नकल निकलवाने के लिए घुमाया जाता है और अवैध रूप से वसूली की जाती है। उन्होंने भ्रष्टाचार करने वाले कर्मचारी को तत्काल नहीं हटाने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
जिला अधिवक्ता संघ और तहसील अधिवक्ता संघ के वकीलों ने गुरुवार SDM ऑफिस का घेराव कर दिया और जमकर नारेबाजी करने लगे। उनका आरोप था कि तहसील ऑफिस के नकल शाखा के कर्मचारियों की मनमानी से वकील परेशान हैं। यहां नकल के लिए आवेदन लगाने पर उन्हें घुमाया जाता है और सीधे तौर पर पैसे की डिमांड करते हैं। अभी ताजा मामला नकल शाखा के अटैच कर्मचारी शेखर साहू का है, जो वकील से पैसों की डिमांड कर रहा है। उन्होंने अवैध रूप से पैसों की वसूली करने वाले कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
अवैध उगाही का वकील ने बनाया था वीडियो
एडवोकेट मनीष कौशिक ने बीते 6 जुलाई को राजस्व विभाग के नकल शाखा में जमीन की B 1 और B 2 नकल निकालने के लिए आवेदन जमा किया था। डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी अब तक उन्हें नकल नहीं दिया जा रहा है, जिसके कारण वह अपने पक्षकार के साथ भटक रहे हैं। बीते बुधवार को वकील अपने पक्षकार के साथ नकल लेने के लिए फिर से पहुंचा, तब वहां के कर्मचारी शेखर साहू ने पैसों की मांग की।
दो महीने तक भटकने और पैसों की मांग करने से परेशान एडवोकेट ने जब कर्मचारी का जब वीडियो बनाना शुरू किया, तब कर्मचारी कहने लगा कि फोटो कापी के लिए 200 रुपए ले रहा है। इसके लिए उसे कोई लिखित में आदेश नहीं दिया गया है। वकील मनीष ने इस वीडियो को सोशल मीडिया में वायरल कर दिया, जिसके बाद वकीलों का गुस्सा फूट पड़ा और सभी एसडीएम ऑफिस पहुंच गए।
बचाव में कर्मचारी पहुंचा थाने, मारपीट करने का आरोप
इधर, वकीलों के विरोध-प्रदर्शन और हंगामे के बाद गुरुवार की रात वसूलीबाज कर्मचारी शेखर साहू एसडीएम ऑफिस के कर्मचारियों को लेकर सिविल लाइन थाने पहुंच गया। उसने अपनी शिकायत में वकीलों पर मारपीट और दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। हालांकि, पुलिस ने उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की है। वकीलों का कहना है कि शिकायत के बाद अब कार्रवाई के डर से दोषी कर्मचारी मारपीट करने का झूठा आरोप लगा रहा है।