जांजगीर – चांपा। नगर पालिका जांजगीर – नैला की माली हालत खस्ता है। स्थिति यह है कि नियमित कर्मचारियों को तीन माह से वेतन नहीं मिला है। प्लेसमेंट कर्मचारियों को भी दो माह को भुगतान नहीं हुआ था। जैसे तैसे पर्व के पहले उन्हें भुगतान कर दिया गया। मगर नियमित कर्मचारियों को भुगतान नहीं होने के कारण उनकी दीपावली फीकी रह गई। कर्मचारियों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इससे कर्मचारियों में रोष है। राज्य शासन से त्यौहार के पहले मुद्रांक की राशि मिलनी थी मगर वह नहीं मिल पाई।
नगर पालिका जांजगीर नैला के नियमित और प्लेसमेंट के कर्मचारियों से काम तो पूरा लिया जा रहा है मगर उन्हें वेतन नहीं मिल रहा है। ऐसे में कर्मचारी बिना वेतन के ही काम कर रहे हैं। नगर पालिका में 76 नियमित, 96 प्लेसमेंट कर्मचारी, 18 स्वच्छता कमांडो सहित 250 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। नियमित कर्मचारियों को तीन माह का वेतन नहीं मिला है। वहीं प्लेसमेंट कर्मचारियों को भी दो माह का वेतन भुगतान लंबित था। किसी तरह त्यौहार के दो दिन पहले उन्हें वेतन भुगतान कर दिया मगर नियमित कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पालिका के पास पैसे नहीं है।
पालिका फंड पूरा खाली है। एक माह में नियमित कर्मचारियों को करीब 28 लाख रुपए वेतन भुगतान होता है। पालिका के पास आय के पर्याप्त स्त्रोत हैं पर राजस्व वसूली में लापरवाही बरती जा रही है जिसके चलते पालिका के पास वेतन देने के लिए रूपए नहीं है। अगस्त माह से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है। ऐसे में तीन माह से कर्मचारी बिना वेतन के काम कर रहे हैं। दीपावली के पहले कर्मचारी वेतन नहीं मिलने की समस्या को लेकर नपा सीएमओ के पास भी गुहार लगा चुके हैं। लेकिन कोई व्यवस्था नहीं हो पाई। जिसकी वजह से कर्मचारियों में आक्रोश है।
खर्च निकालने पर्याप्त स्रोत मगर ध्यान नहीं
नपा जांजगीर – नैला में अफसरों के पास पालिका के खर्चे निकालने के लिए पर्याप्त स्रोत हैं लेकिन कर वसूली नहीं हो पाती है। अकेले मकान टैक्स, दुकान किराया, जलकर, समेकित कर की अगर पूरी वसूली हो जाए तो एक साल में चार करोड़ रुपए तो टैक्स से ही पालिका के खजाने में आ जाएंगे। जिससे कर्मचारियों को वेतन तो समय पर बंट ही सकता है। इतना ही नहीं टैक्स के अलावा और भी कई स्रोत हैं। कर वसूली नहीं होने से पालिका के अधिकारी व कर्मचारियों को वेतन भुगतान नहीं किया जा सकता है। मगर निर्वाचन कार्य में व्यस्त होने के कारण कर्मचारी कर की वसूली भी नहीं कर पाए ।
नगर पालिका के पास फंड नहीं होने से कर्मचारियों के भुगतान में विलंब हुआ है। शासन से मुद्रांक शुल्क मिलना था वह नहीं मिल पाया है। जिसकी वजह से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल सका। त्यौहार के बाद प्रथम सप्ताह में शुल्क की राशि आने की उम्मीद है। प्लेसमेंट कर्मचारियों और स्वच्छता कमांडो को दो माह का भुगतान कर दिया गया है।
चंदन शर्मा
सीएमओ, नगर पालिका जांजगीर – नैला