रायपुर :- जल संसाधन विभाग की बड़ी लापरवाही के कारण नगर वासियों को आने वाले समय में पेयजल के लिए त्राहि- त्राहि होने की चिंता सताने लगी है. रामानुजगंज पेयजल के लिए पूर्णत: कन्हर नदी पर आश्रित है।
बता दें कि, इसी वजह से नगरवासी कन्हर नदी से पानी के लगातार कम होने से चिंतित नजर आने लगे हैं. स्थिति यह हो गई है कि नदी की धार अब झारखंड की ओर बहने लगी है. इस मामले में एनीकट की मरम्मत और देखरेख करने वाला जिम्मेदार विभाग जल संसाधन विभाग की बड़ी लापरवाही भी देखने को मिल रही है. जल संसाधन विभाग द्वारा एनीकट के गेट की मरम्मत को लेकर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही है. वहीं एनीकट के गेट को बंद भी नहीं किया जा रहा है. ऐसे में आने वाले समय में भारी जल संकट उत्पन्न हो जाएगा।
गौरतलब है कि, जल संसाधन विभाग एनीकट का गेट समय पर खोलने एवं बंद करने के प्रति हमेशा लापरवाह रहता है. जब तक बड़े अधिकारियों की फटकार एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों द्वारा मांग नहीं की जाती है तब तक जल संसाधन विभाग एक्टिव नहीं होता है. विभाग के अधिकारी लापरवाह बने रहते हैं. छठ पूजा के बाद जहां एनीकट का गेट बंद हो जाना चाहिए था. वहीं अब तक गेट नहीं बंद किया जा सका है जबकि दिन-प्रतिदिन नदी का पानी लगातार कम होते जा रहा है. ऐसे में आने वाले समय में भारी जल संकट उत्पन्न होने से इंकार नहीं किया जा सकता है. नगर की जलप्रदाय व्यवस्था पूर्णत: कन्हर नदी पर आश्रित है।
बता दें कि, ऐसे में जल संसाधन विभाग की लापरवाही से नगर की करीब हजार की आबादी को हलाकान होना पड़ेगा. इस संबंध में नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने कहा कि नगर की जलप्रदाय व्यवस्था पूर्णत: कन्हर नदी पर आश्रित है. ऐसे में जल संसाधन विभाग को गेट को खोलने एवं बंद के प्रति गंभीर होने की आवश्यकता है. कई बार विभाग की लापरवाही के कारण नगर में जल संकट उत्पन्न हो गया है. विभाग को अविलंब गेट बंद कर दिए जाने की आवश्यकता है. वहीं इस मामले पर पक्ष लेने के लिए जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता लोकेश मिश्रा के मोबाइल पर कॉल किया गया लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं किया।
रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर