बेमेतरा :- छत्तीसगढ के बेमेतरा जिले के ग्राम बिरनपुर में बीते छह अप्रैल को हुई सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए 24 वर्षीय युवा भुवनेश्वर के पिता ईश्वर साहू को चुनाव में जीत दिलाकर यहां की जनता ने इस घटना को लेकर सरकार के रवैये के प्रति अपने आक्रोश को जाहिर किया है।
यहां से कांग्रेस के कद्दावर मंत्री रविंद्र चौबे भाजपा प्रत्याशी ईश्वर साहू के सामने थे।
बता दें कि, चुनाव के समय ईश्वर ने कहा भी था कि अब उन्हें जनता ही न्याय दिलाएगी और जनता ने यह कर दिखाया। रविंद्र चौबे जमीन से जुड़े कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं, यही कारण है कि वे सात बार के विधायक भी हैं। वे आठवीं बार मैदान में थे। वहीं ईश्वर साहू एक मजदूर हैं। राजनीति से उनका दूर-दूर तक कोई नाता नहीं रहा।
पांच हजार से अधिक मतों से हारे कांग्रेस के रविंद्र चौबे
ज्ञात हो कि, विधानसभा चुनाव क्या, वे तो सरपंची लड़ने तक की कभी कल्पना नहीं कर सकते थे, लेकिन जब जवान बेटे की हत्या के बाद उन्हें न्याय नहीं मिला तो जनता उनके साथ हो ली। ऐसे में भाजपा ने उन पर भरोसा जताया और चुनाव मैदान में उतार दिया। सहानुभूति और न्याय की लहर ऐसी चली कि कद्दावर मंत्री की नहीं चली और अंतत: उन्हें पांच हजार से अधिक मतों से हार का सामना करना पड़ा।
जानकारी के मुताबिक, साजा विधानसभा क्षेत्र में कुल दो लाख 50 हजार मतदाता हैं। यहां 65 प्रतिशत वोटर ओबीसी हैं, जिनमें साहू और लोधी समाज के हैं। वहीं 10 प्रतिशत सामान्य और 25 प्रतिशत एसटी और एससी वर्ग से आते हैं। घटना के दौरान शासन-प्रशासन का रवैया जिस तरह से था, उससे जनता संतुष्ट नहीं थी।
गृह मंत्री शाह ने कहा था- हम दिलाएंगे न्याय
बता दें कि, गृह मंत्री अमित शाह ने ईश्वर के लिए यहां सभा ली थी। इसमें शाह ने कहा था कि भुनेश्वर साहू को न्याय दिलाने की जिम्मेदारी हमारी है। किसी को भी कानून के साथ खिलवाड़ करने की छूट नहीं है। हत्या के जिम्मेदारों को सलाखों के पीछे जरूर पहुंचाएंगे।
रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर