छत्तीसगढ़ के कांकेर के नरहरपुर नगर में भालुओं का खौफ बढ़ता जा रहा है. नगर में घूमने वाले भालू अब घरों व दुकानों में दिनदहाड़े घुसने लगे हैं. दुकान में घुसने का एक वीडियो सामने आया है.जिसमें भालू को दुकान के अंदर घूमते देखा जा रहा है।
दिसंबर का बताया जा रहा है. शहर में फैमिली कलेक्शन के नाम से दुकान है. 20 दिसम्बर को शाम 4 बजे फर्म के संचालक वीरेंद्र जैन ने अपने वर्कर को दुकान के दूसरे कमरे में किसी समान के लिए भेजा. वर्करजैसे ही कमरे में घुसा उसने देखा कि अंदर भालू घूम रहा है।
दरअसल, भालू को देखते ही वह तुरंत कमरे से निकल गया और अपने मालिक को कमरे में भालू होने के बात बताई. ये सुनकर वहां मौजूद सभी लोग दहशत में आ गए. संचालक वीरेंद्र जैन ने दुकान के दो साइड का शटर गिरवाया और पीछे का शटर खुलवाया गया. जिसके बाद भालू पीछे के दरवाजे से निकलते हुए बाड़ी से लगे खेत की ओर निकल गया।
जानकारी के मुताबिक, भालू के दुकान से जाने के बाद वहां मौजूद लोगों ने राहत की सांस ली.भालू के दिनदहाड़े घूमने से दहशत: आए दिन नगर के अलग-अलग इलाकों में भालू को देखा जा रहा है. खाने की तलाश में जंगल के ये जीव आबादी क्षेत्र का रुख कर रहे हैं. पहले रात के अंधेरे में सूनी पड़ी दुकानों व घरों में घुसने वाले भालू अब दिनदहाड़े घुस रहे हैं।
बता दें कि, कांकेर शहर में इन दिनों भालू का आतंक लगातार जारी है.आये दिन रहवासी इलाकों में भालु पहुंच रहे है. भालुओं की आमद से लोग दहशत में है.जिसे देखते हुए विभाग रात्रि गस्त की बात कहती है लेकिन कुछ दिन बाद फिर बंद कर देती है. कांकेर नगर के आस-पास शिवनगर-ठेलकाबोड के पहाड़ियों में 2014-2015 में 30 हजार हेक्टेयर भूमि में वन विभाग ने भालू विचरण और रहवास क्षेत्र बनाया था।
ज्ञात हो कि, जिसका नाम जामवंत परियोजना दिया गया था. इस परियोजना के तहत अमरूद,बेर,जामुन जैसे फलदार वृक्ष लगाना था. वन विभाग ने फलदार पौधा तो लगाए लेकिन कोई भी फल देने लायक नही बन पाया जिसके कारण अब जंगली भालुओं को शहर की तरफ भोजन के लिए आना पड़ता है. रिहायशी क्षेत्रो में भालुओं के आने से लोगो मे अक्सर दहषत का माहौल रहता है।
रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर