जशपुर नगर- मात्र तीन साल के अल्प समय मे और केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लगातार छत्तीसगढ़ की जनता के साथ सौतेला व्यवहार करने के बाद भी जिस तरह एक के बाद एक तमगा और रिकार्ड प्रदेश की झोली आ रहा है इससे लगने लगा है की प्रदेश के यशश्वी मुख्यमन्त्री श्री भूपेश बघेल जी को रिकार्डो का मुख्यमन्त्री और रिकार्डों का प्रदेश का सम्मान भी जल्द ही मिल जायेगाउक्त बात कांग्रेस के तेजतर्रार नेता कहे जाने वाले ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष जशपुर शहर सूरज चौरसिया ने कही । उन्होंने केंद्र सरकार के मुखिया श्री नरेन्द्र मोदी आरोप लगाते हुए कहा सत्ता के लालच में देश के बेरोजगार युवाओं को साल में दो करोड़ नौकरी देने का सपना दिखाकर व्होट लिया और सत्ता में बैठते ही गिरगिट जैसा रंग बदलकर युवाओं को अखबार और पकौड़ा बेचने जैसे अमर्यादित भाषा बोल कर पढ़ने लिखने वाले नौजवानों,बेरोजगारों और कठिनाइयों से पढाने वाले माता पिता को अपमानित कर दिया । वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी जो कहती है उसे करके दिखाती है जिसका जीता जागता उदाहरण प्रदेश के यशश्वी मुख्यमन्त्री श्री भूपेश बघेल जी है जो दृण संकल्पित होकर विभिन्न महत्वकांक्षी योजनाओं जैसे नरवा गरवा घुरवा बारी योजना,गोधन न्याय योजना,राजीव गांधी किसान न्याय योजना,राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना,बेरोजगारों के लिये ई रोजगार पंजीयन,सुराजी गांव योजना,लघु वनोपज संग्रहन योजना,और मनरेगा के तहत हजारों लाखों बेरोजगारों,मजदूरों को रोजगार मुहैया कराना,दो रुपये किलो गोबर खरीदी जैसे ऐतिहासिक योजनाओं के बलबूते छत्तीसगढ़ प्रदेश को मॉडल राज्य की क्षेणी में ला कर खड़ा कर दिया इस ऐतिहासिक सफल योजनाओं के कारण ही हालिया में सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनॉमी संगठन द्वारा जारी किये गये बेरोजगारी के नवीनतम आंकड़ों में छत्तीसगढ़ राज्य को 1.7 प्रतिशत के साथ देश मे सबसे कम बेरोजगारी दर वाले राज्यों में तीसरे क्रम पर रखा है । और दूरी ओर झझकोर देने वाला आंकड़ा देश मे बेरोजगारी दर 7.4 प्रतिशत है श्री सूरज चौरसिया ने कहा यह आंकड़ा केंद्र की मोदी सरकार को आइना दिखाने के साथ साथ एक सबक है अभी भी समय है जागिये और युवाओं को रोजगार मुहैया कराइये देश और युवा पीढ़ी को बर्बाद होने से कोई नही बचा सकता । वैसे भी केंद्र के मुखिया नरेंद्र मोदी सरकारी संस्थानों को बेचना में कोई कोर कसर नही छोड़ा है साथ ही निजीकरण,नोट बन्दी,जैसे गलत फैसलों की वजह से हजारों लाखों छोटे बड़े कल कारखाने,उद्द्योग,दुकाने बर्बाद हो चुकी है और कई बर्बादी की कगार पर है*