परीक्षा लगभग ख़त्म हो चुकी है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी का मुख्य चेहरा नरेंद्र मोदी आखिरी दौर की वोटिंग से पहले ध्यान में बैठेंगे. कन्याकुमारी का विवेकानन्द रॉक होगा साधना में लीन. इससे पहले बुधवार को नरेंद्र मोदी ने बंगाल में आखिरी सभा स्थल के तौर पर मथुरापुर को चुना था. भाषण की शुरुआत से लेकर अंत तक मोदी की आवाज में ‘बांग्ला और बंगालियों’ को लेकर ‘वादों का झरना’ सुनाई दिया. नमो ने मथुरापुर की धरती पर खड़े होकर कहा, वह ‘बक्षित बंगाल’ के लिए अपनी सारी ताकत लगा देंगे।
लोकसभा चुनाव आखिरी चरण में 1 जून को होंगे. सभी राजनीतिक दल प्रचार अभियान में कोई दखल देने को तैयार नहीं हैं. गौरतलब है कि इस बार बंगा नमोर पर विशेष फोकस है। मथुरापुर की सभा से मोदी का ‘मन’, बोले नमो, ‘इस बार बंगाल से चाहिए अधिक सीटें’ इस चुनाव में बंगाल में उनकी आखिरी सभा मथुरापुर में है. इसके बाद वह ओडिशा और पंजाब के लिए रवाना होंगे.
पिछले लग्न अभियान में प्रधानमंत्री के भाषण में ‘विकसित बंगाल’ का मुद्दा उठा था. नमो ने कहा, ‘भारत दुनिया की पांचवीं से तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है. और उसके लिए एक विकसित बंगाल की जरूरत है. 4 जून से विकसित भारत का निर्माण होगा। मैं एक विकसित बंगाल बनाने के लिए अपनी पूरी शक्ति लगाऊंगा।’
आखिरी चरण में राज्य की सत्ताधारी पार्टी से मोदी की शिकायत, ”ऐसा नहीं होने देंगे” तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी और पार्टी के ‘जनरल’ अभिषेक बनर्जी ने प्रचार के दौरान कई बार दावा किया कि केंद्र बंगाल में विभिन्न परियोजनाओं के लिए धन रोक रहा है। राज्य की सत्ताधारी पार्टी के नेताओं ने भी दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया. अब मोदी का ‘काउंटर’, ‘मैं ऐसा नहीं होने दूंगा’ नमो ने कहा, ‘राज्य आयुष्मान योजना जैसी विभिन्न परियोजनाओं को बंगाल में शुरू करने की अनुमति नहीं दे रहा है.’