महासमुंद विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम सोरिद में ईश्वरी पोखन यादव परिवार के द्वारा श्रीमद् भागवत कथा आयोजन के अवसर पर किसान नेता अशवंत तुषार साहू सम्मिलित हुए
तुषार साहू ने अपने उद्बोधन में कहा
हम सब स्वयं अपना निरीक्षण करने के बजाय दूसरों के निरीक्षण में ज्यादा रुचि और ध्यान रखते हैं। याद रखें दूसरों का मूल्यांकन करने वाला सदैव दुखी रहता है। श्रीमद् भागवत केवल कथा नहीं, मन को सुंदर और शुद्ध बनाने का सशक्त माध्यम है। यह ऐसा दर्पण है, जिसमें हमें अपनी कमियां भी दिखाई दे सकती हैं |
पंडित श्री नंद आचार्य दुबे जी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण रुक्मणी के विवाह की झांकी ने सभी को खूब आनंदित किया। रुक्मणी विवाह के आयोजन ने श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान कथा मंडप में विवाह का प्रसंग आते ही चारों तरफ से श्रीकृष्ण-रुक्मणी पर जमकर फूलों की बरसात हुई।
कथावाचक ने भागवत कथा के महत्व को बताते हुए कहा कि जो भक्त प्रेमी कृष्ण-रुक्मणी के विवाह उत्सव में शामिल होते हैं उनकी वैवाहिक समस्या हमेशा के लिए समाप्त हो जाती है। कथा वाचक ने कहा कि जीव परमात्मा का अंश है। इसलिए जीव के अंदर अपार शक्ति रहती है। यदि कोई कमी रहती है, तो वह मात्र संकल्प की होती है। संकल्प एवं कपट रहित होने से प्रभु उसे निश्चित रूप से पूरा करेंगे उन्होंने महारास लीला श्री उद्धव चरित्र, श्री कृष्ण मथुरा गमन और श्री रुक्मणी विवाह महोत्सव प्रसंग पर विस्तृत रुप से कथा सुनाई।
श्रीमद्भागवत आयोजक कर्ता श्री मति ईश्वरी यादव, पोखण यादव , व पूरा यादव परिवार
इस मौके पर ईश्वरी पोखण यादव , राकेश निषाद, जगदीश सिंह ठाकुर, ओम शंकर साहू, शंकर निषाद, आदि बड़ी संख्या में भक्तगण मौजूद रहे।