Chhattisgarh PM Shri Yojana News/रायपुर : छत्तीसगढ़ में प्रधान मंत्री स्कूल फार राइजिंग इंडिया (पीएम श्री) योजना के तहत 52 अन्य स्कूलों को शामिल कर लिया गया है। समग्र शिक्षा के प्रस्ताव पर केंद्र सरकार ने इन स्कूलों के नामों पर अंतिम मुहर लगा दी है।
वहीं, इन स्कूलों में ज्यादातर भूपेश सरकार में चल रहे स्वामी आत्मानंद योजना वाले हैं। अब इन स्कूलों को आगे पीएमश्री योजना के तहत संचालित किया जाएगा।
रायपुर के चार स्कूल शामिल
बता दें कि, रायपुर के चार स्वामी आत्मानंद गर्वमेंट इंग्लिश मीडिया नवापारा, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय माना कैंप, पं. आरडी तिवारी उत्कृष्ट गवर्मेंट आमापारा रायपुर और स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम उत्कृष्ट विद्यालय कुनरा को पीएमश्री योजना में शामिल किया गया है।
इसी तरह बालोद में दो, बलौदाबाजार में तीन, बलरामपुर में तीन, बेमेतरा में चार, बिलासपुर में तीन, धमतरी में दो, दुर्ग में एक, गौरेला पेंड्रा मरवाही में एक, जांजगीर-चांपा में एक, जशपुर में दो, कबीरधाम में चार, कांकेर में तीन, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में एक, कोंडागांव में तीन, महासमुंद में दो, मुंगेली में दो, रायगढ़ में चार, राजनांदगांव में एक, सक्ती में एक, सुकमा में दो और सूरजपुर में दो स्कूल शामिल हैं।
अटल लैब, वर्चुअल रियलिटी से होगी पढ़ाई
दरअसल, समग्र शिक्षा के अतिरिक्त संचालक कैलाश चंद्र काबरा ने बताया कि पीएमश्री योजना के दायरे में आने वाले स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब, आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस, वर्चुअल रियल्टी, रोबोटिक टेक्नोलाजी के साथ अध्ययन-अध्यापन की सुविधा उपलब्ध होगी।
इसके अलावा इन स्कूलों को ग्रीन स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां सौर पावर की सुविधा होगी। इनडोर गेम सुविधा, कैरियर गाइडेंस, एक्सपोजर विजिट कराया जाएगा। अधो संरचना के साथ आइसीटी स्मार्ट क्लास की सुविधा दी जाएगी।
349 स्कूलों को पीएमश्री में शामिल करने का लक्ष्य
वहीं, प्रदेश की 349 स्कूलों को पीएमश्री में शामिल करने का लक्ष्य है। अभी इस योजना में 211 स्कूलों में 193 एलीमेंट्री स्तर और 18 हायर सेकेंडरी स्तर के स्कूल शामिल हैं। अब 52 नए स्कूल मिलने के बाद प्रदेश में पीएमश्री स्कूलों की संख्या 263 हो जाएगी।
हालांकि, राज्य सरकार प्रदेश की मौजूदा सभी स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी-हिंदी माध्यम के स्कूलों को पीएमश्री माडल पर चलाने की तैयारी कर रही है। इसके दायरे में आने के बाद इन स्कूलों में अत्याधुनिक टेक्नोलाजी, स्मार्ट क्लास और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर की सुविधाएं मिलेंगी।
भूपेश सरकार ने 751 स्कूलों को किया था परिवर्तित
वहीं , भूपेश सरकार प्रदेश के 33 जिलों में 751 स्कूलों को स्वामी आत्मानंद स्कूल के रूप में बदला गया था। यहां 14,221 शिक्षकाें व कर्मियों में करीब नौ हजार संविदाकर्मी हैं। इन स्कूलों में 4,50,660 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इनमें 308 अंग्रेजी माध्यम के स्कूल हैं।
दरअसल, पिछली सरकार ने जो स्कूल पहले से चल रहे थे उन्हीं स्कूलों के नेम प्लेट को बदलकर स्वामी आत्मानंद स्कूल का नाम दिया था। यहां के सरकारी सेटअप को खत्म करके इन स्कूलों को जिलों के कलेक्टर की अध्यक्षता वाली समितियों के हवाले कर दिया था।
फिलहाल, स्कूलों में शिक्षकों के पद भरने के लिए सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति और अंग्रेजी पढ़ाने के लिए संविदा शिक्षकों की भर्ती की थी। इन संविदा के शिक्षकों को वेतन देने के लिए जिले के कलेक्टरों को जिम्मेदारी दी गई है। जिसका दंश यहां के शिक्षक अभी तक झेल रहे हैं।
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रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर