रोहित यादव ( प्रतापपुर ) :- जिले के कुख्यात डेंजर जोन घाट पेंडारी में बीती रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में ग्राम पंचायत डांड़करवां के युवा सरपंच रामा शंकर टेकाम की मौत हो गई। हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। जानकारी के अनुसार, सरपंच रामा शंकर टेकाम प्रतापपुर से अपने घर वापस लौट रहे थे, तभी यह हादसा हुआ। घटना की जानकारी के मुताबिक, रात करीब 9 बजे रामा शंकर टेकाम अपनी बाइक से प्रतापपुर से डांड़करवां गांव की ओर जा रहे थे। जैसे ही वे घाट पेंडारी के सेकेंड मोड़ पर पहुंचे, पीछे से आ रहे एक टैंकर के ब्रेक फेल हो गए। अनियंत्रित टैंकर ने सीधे उनकी बाइक को टक्कर मार दी, जिससे सरपंच रामा शंकर टेकाम की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। टैंकर ने बाइक के साथ-साथ अन्य गाड़ियों को भी टक्कर मार दी, जिससे कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दुर्घटना की जांच शुरू कर दी। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि टैंकर के ब्रेक फेल हो जाने के कारण यह भयानक हादसा हुआ। पुलिस ने टैंकर चालक को हिरासत में लेकर मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। इस हादसे के बाद से पूरे गांव में शोक का माहौल है। सरपंच रामा शंकर टेकाम की असमय मौत ने गांव वालों को गहरे दुख में डाल दिया है। वे अपने मिलनसार और कुशल नेतृत्व के लिए जाने जाते थे, और ग्रामीणों के बीच उनकी लोकप्रियता काफी थी। उनकी इस तरह की आकस्मिक मृत्यु ने क्षेत्र के सभी लोगों को स्तब्ध कर दिया है। ग्राम पंचायत डांड़करवां में भी मातम छाया हुआ है। सरपंच टेकाम के परिवार और गांव के लोग इस हादसे से उबरने की कोशिश कर रहे हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी भी घटना स्थल पर पहुंचे और शोक व्यक्त किया।
डेंजर जोन घाट पेंडारी में बार-बार होते हैं हादसे
घाट पेंडारी को पहले से ही “डेंजर जोन” के रूप में जाना जाता है। यहां पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, जिनमें कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है। इस स्थान पर तीव्र मोड़ और खतरनाक ढलान के कारण वाहन चालकों को काफी सावधानी बरतनी पड़ती है। इस घटना ने फिर से इस क्षेत्र की सड़कों की खतरनाक स्थिति और सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर किया है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से बार-बार यहां दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाने की मांग की है। सरपंच रामा शंकर टेकाम की मौत से क्षेत्र के विकास और ग्रामीण समस्याओं के समाधान में आने वाले प्रभाव की भी चर्चा हो रही है। उनके नेतृत्व में गांव ने कई सकारात्मक परिवर्तन देखे थे।