रोहित यादव ( बलरामपुर ) :- बलरामपुर थाने में पूछताछ के लिए बुलाए गए अस्पताल के प्यून ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना से बलरामपुर पुलिस में हड़कंप मच गया है। प्यून ने फांसी क्यों लगाई? इसका पता नहीं चल सका है। घटना से आक्रोशित लोगों ने थाने के सामने जमकर हंगामा किया एवं एसपी कार्यालय के सामने एनएच 343 में चक्काजाम कर दिया।
जानकारी के मुताबिक, बलरामपुर हॉस्पिटल में पदस्थ प्यून गुरूचंद मंडल (30) की पत्नी करीब 20 दिनों से गायब हो गई थी। इस मामले में शिकायत बलरामपुर थाने में की गई थी। पत्नी की गुमशुदगी को लेकर बलरामपुर पुलिस द्वारा गुरूचंद मंडल का थाने में कई बार पूछताछ के बुलाया जा चुका है। गुरूवार को भी पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए दोपहर करीब दो बजे थाने बुलाया था।
*थाने के बाथरूम में फांसी पर झूला*
गुरूचंद मंडल दोपहर में बलरामपुर थाने पहुंचा एवं उसने थाने के बाथरूम में जाकर फांसी लगा ली। जब पुलिस कर्मियों को इसका पता चला तो हड़कंप मच गया। गुरूचंद मंडल ने अपने गमछे से बाथरूम में फांसी लगा ली थी।
घटना की सूचना पर बड़ी संख्या में चिकित्सक थाने पहुंच गए। लोगों ने थाने के सामने जमकर नारेबाजी की। घटना के बाद परिजनों को भी पुलिस ने थाने में बुला लिया है। आक्रोशित लोगों ने थाने एवं एसपी कार्यालय के सामने एनएच 343 में चक्काजाम कर दिया। लोग पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।
*चिकित्सकों ने की निष्पक्ष जांच की मांग*
बलरामपुर अस्पताल में पदस्थ बीपीएम स्मृति एक्का ने बताया कि पुलिस गुरूचंद मंडल को कई दिनों से पूछताछ के लिए बुला रही थी। वह आज थाने पहुंचा था। सवाल यह है कि इतनी संख्या में पुलिसकर्मियों के होते हुए उसने थाने में फांसी कैसे लगा ली? इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने थाने में पहुंचकर हंगामा भी किया। मामले में फिलहाल बलरामपुर पुलिस अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
सरगुजा आईजी अंकित गर्ग ने कहा कि युवक की पत्नी लापता है। उसे पूछताछ के लिए थाने में बुलाया गया था। मामले में पुलिस हिरासत में मौत को लेकर मानवाधिकार आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के तहत कार्रवाई की जा रही है।