जशपुर/दुलदुला:- छत्तीसगढ़ शासकीय कर्मचारी/अधिकारी फेडेरेशन, रायपुर के प्रांतीय आह्वान पर छत्तीसगढ़ शासकीय कर्मचारी/अधिकारी फेडरेशन, दुलदुला जिला-जशपुर के अध्यक्ष श्री नेहरु सोनी के कुशल नेतृत्व में सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी अपनी दो सूत्रीय मांग (1) केन्द्र के समान 34 % महँगाई भत्ता और सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता को लेकर पाँच दिनों का सामूहिक अवकाश में रहते हुए दिनाँक 25 जुलाई,2022 से दिनाँक 29 जुलाई, 2022 तक तहसील प्रांगण स्थित मंगल भवन, दुलदुला में विशाल और ऐतिहासिक धरना आंदोलन की आज धमाकेदार शुरुआत हो गई । आंदोलन को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ कर्मचारी/ अधिकारी फेडरेशन के अध्यक्ष श्री नेहरू सोनी ने कहा कि कर्मचारी जगत के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है चूंकि डी.ए. की मांग को लेकर यह हड़ताल अब-तक का सबसे बड़ा आंदोलन है। दुर्भाग्य की बात है कि हमें महँगाई भत्ता जो हमारे वेतन का हिस्सा है के लिये हमें सड़क पर उतरना पड़ रहा है । इस पाँच दिवसीय हड़ताल में 57 शासकीय विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी मंत्रालय, संचालनालय, कलेक्ट्रेट तहसील स्तर के लगभग साढ़े पाँच लाख अधिकारी और.कर्मचारी भाग ले रहे है । शासन और कर्मचारियों में टकराव की स्थिति निर्मित हो गई है जो शासन तथा आम जनता और कर्मचारियों के हित में नही है। श्री नेहरु सोनी ने छत्तीसगढ़ के संवेदनशील माननीय मुख्यमंत्री जी श्री भूपेश बघेल जी से आग्रह किया है कि संवेदनशील ता का परिचय देते हुए वे हमारी मांग मान ले और केन्द्र के समान 34 % महँगाई भत्ता और सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता देने की तत्काल घोषणा कर दें । इसी मे हम सब की भलाई है । अन्यथा आंदोलन और उग्र रूप ले सकता है । आंदोलन को छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ के अध्यक्ष श्री सबेद यादव, सहायक शिक्षक संघ के अध्यक्ष श्री प्रेम शास्त्री, पर्यवेक्षक संघ महिला एवं बाल विकास के अध्यक्ष रथ बाई टण्डन, स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष श्री ओडिल मिंज, पटवारी संघ के अध्यक्ष श्री पीताम्बर शाहनी, शाहनी, चतुर्थ वर्ग कर्मचारी संघ के अध्यक्ष श्री मोती राम सहित आंदोलनरत अनेक वरिष्ठ वक्ताओं ने संबोधित किया । कार्यक्रम का सफल संचालन श्री अजय गुप्ता ने किया। सभी शासकीय विभागों के अधिकारी और कर्मचारियों ने बड़े उत्साह से आंदोलनों में भाग लिया। आंदोलन के दौरान आक्रोशित कर्मचारियों ने अपनी मांग के समर्थन में गगन भेदी जोरदार नारे लगाए, जिससे खचाखच भरा हाल गुंज उठा । आंदोलन की शुरुआत छत्तीसगढ़ के राजगीत के सामूहिक गान से शुरु हुई । आंदोलन की सफलता का अंदाज़ा इस बात से लगाई जा सकती है कि तहसील न्यायालय से लेकर दुलदुला स्थित सभी शासकीय कार्यालय में ताला लटका रहा । जिससे आम जनता को काफी कठिनाई हुई, यही स्थिति अभी सात दिन रहने वाली है । उक्ताशय की जानकारी आंदोलन के सक्रिय मीडिया प्रभारी श्री भुवनेश्वर सूर्यवंशी ने दी ।