गौरेला पेंड्रा मरवाही: बिलासपुर वन वृत्त के मरवाही वनमंडल में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां उजागर हो रही है। पूर्व प्रभारी डीएफओ संजय त्रिपाठी ने नियमों को ताक में रखकर विभाग के डिपो में बिना निविदा प्रक्रिया के जिम बनवा दिया था। वनमण्डल कार्यालय कैंपस के करीब मड़ना डिपो में जिम में मशीनों का सेटअप संजय त्रिपाठी द्वारा करवाया गया था। जो की अवैध तरीके से किया गया था।
बता दे की पूर्व एसडीओ संजय त्रिपाठी ने अपने स्वार्थ के लिए 10 लाख की मशीन को प्रभारी डीएफओ मरवाही रहते नियम विरूद्वय बिना अनुमति क्रय कर शासकीय भवन में स्थापित कराया था.. जिसमे मामले में मीडिया में मुद्दा उठने पर वन कर्मचारी संघ की मांग बता मामले को दबाने की कोशिश किया गया था..परंतु अब सच्चाई खुलकर सामने आ चुकी है अवैध रूप से निर्मित जिम में लगाए गए मशीनों का सालो बाद भी भुगतान न होने की वजह से फर्म मशीनों को उखाड़कर ले जा रहे है।
बता दे की त्रिपाठी द्वारा यह कार्य बिना अनुमति के कराया गया था जिसका शिकायत भी हुई पर त्रिपाठी के पहुच के सामने वन विभाग के अधिकारी कार्यवाही
करने से हमेशा बचते नजर आते रहे है.। पर अब मामला सही साबित हुआ क्योकि जिस फर्म द्वारा त्रिपाठी के जलवे देखते हुए बिना वर्क(ऑर्डर) आदेश के मशीनों की सप्लाई की गई थी। अब उन्हीं सभी मशीनों को 14 अगस्त रविवार को फर्म चुपचाप वापस ले गई । त्रिपाठी द्वारा
भुगतान फर्म को नही किया गया जिससे सभी मशीन वापस ले गए अब सवाल ये उठता है कि जब अनुमति नही ले गई तो कार्यवाही क्यो नही हो रहा ?
डीएफओ मरवाही वन मंडल
मामले में डीएफओ ने बताया की बिना स्वीकृति के जिम का निर्माण व मशीनों को संजय त्रिपाठी द्वारा लगवाया गया था, जिसमे भुगतान न होने की वजह से फर्म द्वारा मशीनों को ले जाया गया है , ।
Gpm से कृष्णा पाण्डेय की खबर