जशपुर सन्ना:- जशपुर जिले में शिक्षा व्यवस्था एकदम से चरमरा गई है , हड़ताल के बाद शिक्षकों की मनमानी बाज नहीं आ रही है आज हम आपको ऐसे ही शासकीय स्कूल के बारे में बता रहे हैं जहां शिक्षकों को मनमानी ऐसी की स्कूल दोपहर 12 बजे ही बंद बच्चे बाहर बैठे गच्चा खेलते नजर आए ।
मामला है जशपुर जिले का सबसे चर्चित तहसील सन्ना से जुड़ा हुआ माध्यमिक विद्यालय बलादर पाठ व प्राथमिक विद्यालय बलादर पाठ का जहां दिनांक 6 सितंबर यानी आज दोपहर के 12 बजे ही स्कूल बंद कर दी गई है और शिक्षक घर में बैठे बच्चे स्कूल के बाहर गच्चे खेलते नजर आए जिसकी तस्वीर मीडिया के कैमरों में कैद हो गई है ।
वहीं मामले में माध्यमिक विद्यालय बलादर पाठ के शिक्षक श्री रात्रे ने पल्ला झाड़ते हुए नजर आए उन्होंने कहा कि करमा व रसोइयों के हड़ताल के कारण स्कूल को छुट्टी कर दिए थे , लेकिन ये क्या बात हुई ?
लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या सिर्फ और सिर्फ बालदर पाठ स्कूल के रसोइया ही हड़ताल पर हैं क्या इनकी मांग पूरी मतलब सभी का मांग पूरा है जाएगा ?
दूसरा क्या सिर्फ बलादर पाठ मे ही करमा का त्यौहार था ?
या सिर्फ बलादर पाठ स्कूल के लिए अलग से करमा के शासकीय अवकाश घोषित की गई थी ?
ये सभी सोचने वाली बात होगी इससे साफ तौर पर जाहिर होता है कि शिक्षक कैसे पाठ क्षेत्र व दूरस्थ अंचलों का फायदा उठाते है और बच्चों के भविष्य में अंधकार की ओर धकेल रहे हैं ।
अब देखना होगा कि मामले में प्रशासन कितनी सख्ती दिखती है और क्या कार्यवाही होती है ।
मामले में हमारे द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनके द्वारा कॉल का जवाब नहीं दिया गया ।