Gpm:- छत्तीसगढ़ प्रदेश में आपने कई तरह के मामलों के बारे में सुना होगा देखा होगा लेकिन आज का यह मामला बड़ा ही विचित्र है बसंतपुर शासन द्वारा बनाया गया शासकीय नाइ धोबी मकान कमरे में आज कई वर्षों से दिनेश पुरी नामक व्यक्ति का कब्जा है.
पूरा मामला है गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के ग्राम पंचायत बसंतपुर का वहां बसंतपुर के पूर्व सरपंच इंदल सिंह के जमाने से क्यों उसके बहाने दिया गया कमरा जो धोबी कमरा है. जिस पर दिनेश पुरी नामक व्यक्ति बलपूर्वक कब्जा किया हुआ है तथा सचिव को व अन्य अधिकारी भी उसके सामने नतमस्तक नजर आ रहे हैं. जिस धोबी मकान को वर्तमान सरपंच पति प्रदीप पैकरा द्वारा भी सचिव को खाली करवाने हेतु कई बार कहा गया है परंतु आज तक के उस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है. पूर्व सीओ पेंड्रा द्वारा भी सचिव अश्वनी पैकरा को हिदायत दी जा चुकी है परंतु अभी तक के उसके कान में जूं तक नहीं रेंगा है. बड़ी हास्यास्पद है कि उस धोबी मकान में न किओस्क है ना ही कोई दुकान आज करीब 8 वर्षों से वह सिर्फ कब्जा में बलपूर्वक कब्जा धारी ही उसको अपने पास रखे हुए हैं. जिसकी सूचना वर्तमान सीईओ आदरणीय इंदिरा मिश्रा को भी दी जा चुकी है. आपको बता दें कि दिनेश पुरी नामक व्यक्ति ग्रामीण बैंक एक किओस्क अवार्ड लगाकर बलपूर्वक कब्जा करके उस मकान को रखा है. जो आज लगभग 8 वर्षों से कब्जा धारी बना हुआ है. सरपंच पति प्रदीप पैकरा से बात करने पर पता चला कि वह किसी प्रकार से भी किराया नहीं देता है परंतु सचिव से बात करने पर यह पता चला कि वह किराया देता है. परंतु यह सत्य है कि सचिव द्वारा दिनेश पुरी को बचाया जा रहा है तथा उसे कुछ रकम लेकर के उसे उसे दिया गया है. बीते 2 अक्टूबर 2021 को ग्राम पंचायत में ग्राम सभा लगाया गया था जिस पर यह प्रकरण काफी जोर-शोर से चला जिसे सचिव ने कहा कि मैं सिर्फ 10 दिन में उसे खाली करवा करके आम जनता के समक्ष रख दूंगा और दो पैसे ग्राम पंचायत को मिले ऐसा किराया देकर मैं ग्राम पंचायत के हित में काम करूंगा परंतु प्रतीत होता है कि वह सब एक दिखावा था. सचिव ग्राम पंचायत बसंतपुर को फोन लगाने पर फोन नहीं उठाया जाता है ना ही उसका किसी प्रकार से कोई जवाब दिया जाता है.ना हो कोई समीक्षा बैठक और ना ही कोई देखरेख. निष्क्रिय सचिव बन कर काम करना इनका फिदरत है जिससे ग्राम पंचायत मे किसी भी प्रकार की कोई विकास नहीं हुवा है इस पर आदरणीय कलेक्टर जी पीएम को संज्ञान लेने की सख्त जरूरत है.
पूरे मामले में CEO पेंड्रा ने कहा ऐसा कोई मामला नई है सचिव शायद कब्जा को हटा दिया है, फिर भी मैं जानकारी लेती हूं और ऐसा कुछ है तो कब्जा हटवाती हूँ ।
GPM से कृष्णा पाण्डेय की ख़बर