संवाददाता सागर बत्रा रायपुर
रायपुर : दिवंगत दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी साथी योगेश वानखेड़े को छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है और ईश्वर से प्रार्थना करता है कि उनके परिवार को इस विषम परिस्थितियों से निकालने शक्ति प्रदान करें| ज्ञातव्य है कि स्वर्गीय योगेश वानखेड़े ने दिनांक 20.09.2022 को विभागाध्यक्ष परिसर नया रायपुर में आत्महत्या कर लिया था महासंघ सरकार से मांग करता है कि उनके परिवार को 50 लाख की सहायता एवं एक सदस्य को पक्की नौकरी दें एवं दिवंगत साथी द्वारा किन परिस्थितियों में आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा इसकी जाँच के लिए सरकार एस.आई.टी. गठित करें और दोषी व्यक्तियों पर कड़ी कार्यवाही करें वर्तमान में शासकीय कार्यालयों में कार्यरत लाखों अनियमित कर्मचारी मध्य-युगीन बंधुआ मजदुर से भी बदतर जीवन जीने मजबूर है नियंत्रक अधिकारी इन कर्मचारियों की चरम सीमा तक शोषण कर रही है अनियमित कर्मचारियों की नौकरी से निकालने असंवैधानिक कार्य करवाने कार्यालय कभी बुलाने दबाव में डिप्रेशन में चले जाने, महिला कर्मचारियों को देर तक रोकने नियंत्रक अधिकारी से विवाद होने की शिकायते निरंतर मिलती रहती है ये कर्मचारी पारिवारिक जिम्मेदारी एवं नौकरी की असुरक्षा के कारण कोल्हू के बैल की तरह कार्य करते रहते है| इन प्रवृत्ति से अनियमित कर्मचारियों में भारी आक्रोश है|
सरकार द्वारा दिनांक 12.09.2022 को जारी तुगलकी फरमान ने प्रशासनिक संघर्ष को आग में घी डालने का काम किया है| एक तरफ सरकार किसी अनियमित कर्मचारी की छटनी नहीं करने का वादा किया है तो वही दूसरी और निरंतर छटनी की जा रही है हम ऐसे तुगलकी फरमान का कड़े शब्दों में निंदा करते है और सरकार से मांग करते है कि इस पत्र को वापस लें|
सरकार अनियमित कर्मचारियों को 10 दिन में नियमित करने के अपने वादे को पूरा न कर इन्हें तोड़ने विभिन्न प्रकार की हथकंडे अपना रही है हम प्रदेश के समस्त अनियमित कर्मचारियों से अपील करते है कि विषम परिस्थियों में धैर्य से काम लें एवं अपने उपर हो रहे अत्याचार का संवैधानिक तरीका से विरोध करें| यदि आवश्यक हो तो लिखित में महासंघ को अवगत करावें|
महासंघ अपने नियमितीकरण सहित 4 सूत्रीय मांग हेतु प्रतिबद्ध है और नई ऊर्जा एवं रणनीति के साथ अनियमित आंदोलन को अपनी लक्ष्य तक पहुंचाएगी