जशपुर,सन्ना:- जिले में अब तो भ्रष्टाचार के कारण पूरा सुदूर क्षेत्र भ्रष्टाचार की चासनी में डूबता नजर आ रहा है ये हम नहीं ये उस पंचायत के विकास ही अपना दुःख व्यक्त कर रही है जहां बिना काम कराये ही पैसों का बंदरबांट किया गया है ,अब लाजमी है ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त होना लेकिन ग्रामीणों के आक्रोशित होने से कुछ नहीं होता क्योंकि यहां किसी की नहीं चलती क्योंकि ये दुनिया है कालाबाजार ये पैसा बोलता है ये कहावत से रूबरू होना है तो आइए चलते हैं कामारिमा
सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक बगीचा जनपद के ग्राम पंचायत कमारिमा के प्राथमिक शाला दतुनपानी और प्राथमिक शाला खपरिदह स्कूल मरम्मत के नाम पर 24 हजार रुपये और 49 हजार रुपये का फर्जी रूप से आनन्द यादव नामक व्यक्ति के नाम चेक काट कर आहरण कर लिया गया है।जिसमें ग्रामीणों ने पंचनामा तैयार कर बताया है कि इसमें किसी भी प्रकार से कोई मरम्मत का कार्य नहीं किया गया है ।
आपको बता दें कि पूरा मामले का उजागर तब हुआ जब ग्राम पंचायत में ग्राम सभा का आयोजन कर ग्राम पंचायत के सचिव राजेश सिंह ने ग्रामीणों के मांग के बाद ग्राम पंचायत में किये गये खर्च रुपये का हिसाब देना शुरू किया।वहीं ग्राम सभा मे सचिव ने बताया कि प्राथमिक शाला दतुनपानी में स्कूल मरम्मत 49 हजार रुपये का और प्राथमिक शाला खपरिदह में 24 हजार रुपये स्कूल मरमत के नाम पर खर्च किया गया है।फिर क्या था इतना सुनते ही ग्राम सभा मे मौजुद ग्रामीण आग बगुला होने लगे और फिर ग्राम सभा मे बताता की इन स्कूलों में एक रुपये का भी कार्य नही किया गया है।जिसके बाद वहां मौजूद ग्रामीण स्कूल भवन निरीक्षण करने पहुंच गये और स्कूल में देखा कि वाकई वहां एक रुपये का भी कार्य नही किया गया है जिसके बाद ग्रामीणों ने वहां पंचनामा भी बनाया।
इस पूरे मामले की उजागर होने के बाद ग्राम पंचायत सचिव राजेश सिंह ने बताया कि 15वें वित्त से दतुनपानी स्कूल में 49 हजार और खपरिदह स्कूल में 24 हजार रुपये इंजीनियर के मूल्यांकन के बाद और sdo के सत्यापन के बाद रुपये को आनन्द यादव के नाम पर चेक काट कर आहरण किया गया है।जिसमे दतुनपानी में कार्य नही किया गया बाद में वहां के पंच के द्वारा कार्य करने की बात कही गयी है।
पूर्व में 35 लाख से ज्यादा भ्रष्टाचार के आरोप
ज्ञात हो कि कमारिमा ग्राम पंचायत में पूर्व में भी मनरेगा में 35 लाख से ज्यादा रुपये का बिना कार्य किये ही फर्जी रूप से आहरण करने की शिकायत और मनरेगा में नाबालिक बच्चों के नाम फर्जी हाजरी भर कर रुपये का फर्जी आहरण करने को लेकर ग्रामीणों ने जनपद सीईओ, जिला पंचायत सीईओ और कलेक्टर जैसे आलाधिकारियों से कई बार किया है।इसी आरोप की सच्चाई करीब 6 माह पूर्व वहां कार्यों की आडिट करने आये ऑडिटर ने भी कैमरे के सामने लाखों रुपये फर्जी आहरण और नाबालिक बच्चे के नाम हाजरी भर कर फर्जी आहरण करने की बात को बताया था । जिसके बाद कलेक्टर जशपुर ने जांच टीम बना कर 7 दिवस के भीतर जांच कर प्रतिवेदन पेश करने आदेश भी जारी किया था।परन्तु आज महीनों बाद भी जांच अधूरा ही पड़ा है।वहीं सबसे बड़ी बात है कि बार बार ग्राम पंचायत कामारिमा में लाखों रुपये का भ्रष्टाचार की मामले का उजागर होने के बाद भी शासन प्रशासन के द्वारा कोई कार्यवाही नही करना ही बड़ा सन्देह को जन्म देता है।हालांकि सच्चाई जो भी हों पर मामले की लीपापोती होने से पहले शासन प्रशासन को जांच कर कार्यवाही करने की आवश्यकता है।