छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर शहर से लगे ग्राम रनपुर कला में सड़क जैसी बुनियादी सुविधा का अभाव होने के चलते एक गर्भवती पंडो महिला को स्वास्थ्य सुविधा के लिए परिजनों को खाट में ढ़ोकर करीब डेढ किमी चलना पड़ा।
दरअसल, इसके लिए डायल 112 लखनपुर शेर-1 की टीम ने भी मदद किया. बताया जा रहा है कि ग्राम रनपुर कला में बलदेव किराना स्टोर के समीप निवास करने वाली एक पंडो महिला को प्रसव पीढ़ा बढ़ने पर परिजनों के द्वारा डायल 112 को सूचना दिया गया था।
बता दें कि, सरगुजा की डीपीसीआर की टीम ने मॉनिटरिंग करते हुए तत्काल डायल 112 टीम को मौके पर रवाना किया. गर्भवती महिला का घर खेत के किनारे है. घर तक जाने के लिए सड़क नहीं होने के कारण डायल 112 टीम को करीब डेढ किमी पहले मुख्य मार्ग में रूकना पड़ा, इसके बाद डायल 112 टीम के सदस्य धीरेंद्र कुमार सिंह व चालक हर्ष मानिकपुरी, पंडों परिवार के घर तक पहुंचे और गर्भवती महिला को खाट में ढ़ोकर एंबुलेंस तक लाया गया. तब कहीं जाकर महिला को वाहन की सुविधा मिल पाई और मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां महिला ने संतान को जन्म दी।
सड़क जैसी बुनियादी सुविधा के अभाव
फिलहाल, पंडो परिवार का कहना है कि उनके घर पर सड़क नहीं होने के कारण बारिश के मौसम में उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसके लिए पंचायत प्रतिनिधियों के समक्ष कई बार गुहार लगाया जा चुका है, मगर आज तक सड़क नहीं बन पाई. उनकी बस्ती में पैदल चलने में असमर्थ मरीजों को खाट और झेलगी में ढ़ोकर चलना पड़ता है तब कहीं जाकर स्वास्थ्य सुविधा मिल पाती है।
सरगुजा में बुनियादी सुविधाओं का अभाव
ज्ञात हो कि, सरगुजा जिले के दूरस्थ इलाकों में कहीं-कहीं बुनियादी सुविधाओं का अभाव तो पहले से ही है, लेकिन जिला मुख्यालय अम्बिकापुर के नजदीक सड़क जैसी सुविधा नहीं है. बेहतर सड़क नहीं होने से मरीजों को खाट या कांवर में ढोकर कई किलोमीटर पैदल चलने के बाद एंबुलेंस तक पहुंचाया जाता है. ऐसे दर्जनों मामले सामने आ चुके है।
रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर