जशपुरनगर. छोटे बच्चों के शिक्षा की रीढ़ कैसे मजबूत की जाये. इसके लिए एजुकेशन विभाग में लगातार शोध हो रहे हैं. अब पहली और दूसरी के बच्चों के माताओं को शिक्षा से जोड़ने के लिए, विभाग ‘अंगना म शिक्षा ‘ कार्यकर्म लेकर आया है. जिसे सफल बनाने के लिए टीचर्स को ट्रेनिंग दी जा रही है. जिले के आदिवासी बाहुल्य ब्लॉक बगीचा में इस कार्यक्रम के तहत 52 टीचर्स को ट्रेनिंग दी गई. ट्रेनिंग के दौरान कार्यक्रम का आयोजन हुआ. पंडाल लगाकर गुणवत्ता युक्त शिक्षा के स्टाल लगाए गए. शुक्रवार को आयोजित इस कार्यक्रम में एसडीएम आकांक्षा त्रिपाठी, जनपद सीइओ विनोद सिंह और स्थानीय जनप्रतिनिधि ने शिरकत की और टीचर्स द्वारा लगये गए स्टालों का करीब से जायजा लिया. इस दौरान टीचर्स को कई मार्ग दर्शन भी दिए गए.
एसडीएम आकांक्षा त्रिपाठी ने टीचर्स मुख़ातिब होते हुए कहा की वैसे भी परम्परा है, गुरु से ऊपर कोई नहीं होता, आप समय सारणी में स्कूल में रहें. और बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा दें, आपका इतना योगदान ही बहुत होगा.
क्या है ‘अंगना म शिक्षा’ कार्यक्रम
“अंगना म शिक्षा 2.0” कार्यक्रम में प्राथमिक शालाओं के कक्षा 5 से 8 वर्ष के बच्चों को उनके माताओं के द्वारा घर पर रहकर सिखाने हेतु प्रेरित किया जायेगा. महिला शिक्षिकाओं तथा माताओं को सपोर्ट कार्ड के माध्यम से गतिविधि करवाकर बच्चों के शारीरिक एवं बौद्धिक परीक्षण तथा माताओं को घर में उपलब्ध सामग्री से गणित और भाषा की अवधारणाओं को सीखने की प्रक्रिया कराई जाएगी. जिसमे आंगनबाड़ी के बच्चे भी शामिल होंगे.
साथ ही स्मार्ट माताओं का चयन भी किया जायेगा.
बहरहाल बगीचा के प्राथमिक स्कूल लोटा में आयोजित कार्यक्रम में ट्रेनिंग प्राप्त करने के बाद, ट्रेंड टीचर्स ब्लॉक भर के प्राथमिक स्कूल के टीचर्स को ट्रेनिंग देंगे.