जशपुर: जशपुर जिले में गोवंश की तस्करी पिछले 100 वर्षो से हो रही है, कभी जशपुर में प्रदेश का सबसे बड़ा पशु बाजार संचालित होता है जिसके कारण जशपुर जैसे शांत जिले में अवैध हथियार, जाली नोट जैसे अपराध बढ़ रहे थे ,पशु बाजार में विभिन्न राज्यों सहित बांग्लादेश से अपराधी तत्व के लोग आकर यहां की शांत फिजा का अशांत करने का प्रयास कर रहे थे जिसे देखते हुए शहर के लोग एकजुट होकर पशु बाजार को बंद करने का अभियान छेड़े परिणाम स्वरूप तत्कालीन सरकार को पशु बाजार बंद करना पड़ा किंतु बाजार बंद होने के बावजूद जशपुर से होकर लगातार गौवंश की तस्करी चोरी छिपे हो रही थी जिसे रोकने काफी वर्षों से जनजाति सुरक्षा मंच के कार्यकर्ता जुटे थे ।
वर्तमान पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह के द्वारा पिछले कुछ दिनों से जशपुर जिले में गौवंश तस्करी रोकने हेतु आपरेशन शंखनाद चलाया जा रहा है जिसमें पिछले तीन माह में 400 से अधिक गौवंश को तस्करों से छुड़ाया है और 40 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार कर दर्जन से अधिक वाहनों को राजसात करने की कार्यवाही की गई है जिससे प्रसन्न होकर जिले के जनजातीय समाज के प्रमुख कार्यकर्ता अखिल भारतीय जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह का अभिनंदन पारंपरिक रीति ढोल बाजा से किया ।मंच के संयोजक गणेश राम भगत ने कहा की जशपुर के सबसे संवेदनशील गांव में घुसकर पुलिस अधीक्षक ने जो साहसिक कार्य कर गौवंश की रक्षा की है यह जशपुर ही नहीं बल्कि प्रदेश के इतिहास में अभिनंदनीय है पुलिस के इस कार्य से जशपुर जिले में अपराध का ग्राफ गिरेगा और शांति व्यवस्था बहाल होगी। इस अवसर पर मंच के संरक्षक एवम अधिवक्ता रामप्रकाश पांडेय,महिला प्रमुख करुणा भगत,अंजू भगत, सुशीला भगत, जगमनि भगत,सियाराम भगत, श्री राम भगत,अनुरंजन भगत, सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।