जशपुर मनोरा:- जशपुर जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्तिथ मनोरा ब्लॉक के प्राचीन शिव मंदिर ग्वालीन सरना धाम में सनातन संस्कृति को कायम रखने के लिए सावन मास की चौथे सोमवार के शुभ अवसर पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु कलश यात्रा ले कर पहुंचे और प्राचीन शिव लिंग ग्वालिन सरना मे जलाभिषेक अर्पित किए ।
आस्ता थाना क्षेत्र के सभी गाँव से महिलाएं व पुरुष कलश ले कर शिव मंदिर आस्ता से जल उठाकर यात्रा का शुभारंभ किया जिसमे उन्होंने लगभग पांच किलोमीटर पद यात्रा कर ग्वालीन सरना मंदिर पंहुचे जहां सभी भोले भक्तों के द्वारा जलाभिषेक अर्पित कर प्रसाद ग्रहण किये ।
इस दौरान क्षेत्र वासियों के आस्था और श्रद्धा को देख आस्ता थाना प्रभारी संतोष सिंह के द्वारा केले का फल पानी का वितरण कर क्षेत्र की सुख शांति एवं सनातन संस्कृति को कायम रखने की कामना किए ।
क्या है इसका महत्व
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिला मुख्यालय से लगभग 25 किमी की दूरी पर ग्राम अस्ता के प्रवेश द्वार पर स्थित ऐतिहासिक पुरातात्विक स्थल जो भगवान टांगीनाथ और सामंत सरना के मध्य स्थित हैं जिसे ग्वालिन सरना के नाम से जाना जाता है कहा जाता है की यहां कभी विशाल शिव मंदिर स्थित था ,जिसे खंडित कर दिया गया है जिसके अवशेष कई किलोमीटर तक बिखरे हुए हैं इस स्थान पर दो प्रमुख शिवलिंग साल वृक्ष के नीचे खुली अवस्था में विराजमान है जिनकी शक्ति के कारण आतायियों के द्वारा इन्हे क्षति नहीं पहुंचाया जा सका है ,
इस कलश यात्रा में मुख्य रूप से कार्यक्रम संचालक विश्व हिन्दू परिषद मनोरा प्रखण्ड अध्यक्ष राम दास यादव , बजरंग दल नगर सयोंजक श्री पंकज कुमार जायसवाल ,बसंत साही , कल्याण आश्रम अधीक्षक नैवेद्य यादव , शिशु मंदिर का आचार्य विरेंद्र सिंह, सरस्वती शिशु मंदिर के अन्य आचार्य गण, एवं समिति की बैगा पुजारियों की उपस्थिति रही ।