जशपुरनगर :- छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में सरकारी स्कूल के शिक्षक बच्चों को ककहरा पढ़ाने के साथ ही भूख मिटाने के लिए स्कूल का चूल्हा चौका भी सम्हाल रहें हैं। सुबह निर्धारित समय पर स्कूल पहुंचने के साथ ही प्रधान पाठक सहित सारे शिक्षक मध्याह्न भोजन के लिए लकड़ी जुटाने के साथ अनाज को साफ करने और इसे पकाने की व्यवस्था करने में जुट जाते हैं।
हालांकि, बीते 6 माह से यह काम चला आ रहा है। इससे शिक्षकों को परेशानी तो हो रही है,लेकिन बच्चों की भूख और स्वास्थ्य को बनाएं रखने के लिए सभी शिक्षक मिलकर मध्याह्न भोजन पकाकर बच्चों को खिला रहें हैं।
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बता दें कि, यह पूरा मामला जशपुर जिले के बगीचा ब्लाक कि कलिया संकुल केंद्र के सिहारडांड पूर्व माध्यमिक शाला का है। यहां के प्रधानपाठक नारायण राम यादव ने बताया कि सितम्बर 2023 में बीमारी के कारण स्कूल में पदस्थ रसोईया की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद से ही यह पद रिक्त है। उन्होनें बताया कि स्कूल में चालू शिक्षा सत्र में 33 बच्चे अध्ययनरत हैं। रसोईया के अभाव में बच्चों को मध्याह्न भोजन से वंचित करना ठीक नहीं था। इसलिए उन्होनें संस्था में पदस्थ शिक्षकों से चर्चा की।
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वहीं, सबने मिलकर निर्णय किया कि जब तक रसोईया की नियुक्ति नहीं हो जाती है,सब मिलकर बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन तैयार करेगें। स्कूल पहुंचने के साथ ही शिक्षक मध्याह्न भोजन की तैयारी में जुट जाते हैं। प्रधानपाठक ने बताया कि जिस शिक्षक का पीरियड खाली होता है,वह अनाज को साफ करने,सब्जी काटने और चूल्हा जलाने के काम में सहयोग करते हैं। सब मिलकर बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन पकाते हैं और उन्हें खिलाते है। सरकारी स्कूलों के शिक्षकों का यह कार्य दूसरे स्कूलों के लिए आदर्श है।
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दरअसल, प्रायः देखा जाता है कि रसोईया ना होने या कोई और समस्या होने पर शिक्षक रसोई बंद कर देते हैं,जिससे अक्सर विवाद की स्थिति बन जाती है। बच्चे और अभिभावक इसकी शिकायत लेकर उच्च अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के पास पहुंच जाते हैं। प्रधान पाठक नारायण राम यादव ने कहा कि मध्याह्न भोजन संचालित करने में संस्था के सभी शिक्षकों का योगदान सराहनीय है। उन्होनें बताया कि रसोईया की नियुक्ति को लेकर वे पंचायत के साथ विभागीय अधिकारियों से लगातार संपर्क कर रहें हैं,उम्मीद है कि जल्द ही नियुक्ति हो जाएगी।
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पहाड़ी कोरवा बाहुल्य क्षेत्र में स्थित है स्कूल
फिलहाल, सिहारडांड़ पहाड़ी कोरवा बाहुल्य क्षेत्र में स्थित है। प्रधान पाठक यादव ने बताया कि इस क्षेत्र के बच्चों में स्वास्थ्यगत समस्या रहती है। इसलिए स्कूल में मध्याह्न भोजन योजना का संचालन बेहद आवश्यक है। ताकि बच्चे स्कूल आ कर शिक्षा प्राप्त करें और साथ ही मध्याह्न भोजन से उनकी सेहत भी बनती रहे। यही कारण है शिक्षक आपस में सहयोग कर बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन की व्यवस्था कर रहें हैं।
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रिपोर्टर- गजाधर पैंकरा, जशपुर